![Lok Sabha Elections 2024 | चुनाव से पहले पाला बदलना पड़ा महंगा! कांग्रेस से BJP में आए पूर्व MLA सहित 3 को 140 करोड़ से ज्यादा का नोटिस Lok Sabha Elections 2024 | चुनाव से पहले पाला बदलना पड़ा महंगा! कांग्रेस से BJP में आए पूर्व MLA सहित 3 को 140 करोड़ से ज्यादा का नोटिस](https://www.enavabharat.com/wp-content/uploads/2022/04/bjp-congress.jpg)
इंदौर (मध्यप्रदेश): कांग्रेस (Congress) छोड़कर पिछले महीने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामने वाले पूर्व विधायक संजय शुक्ला (Sanjay Shukla) और तीन अन्य लोगों को इंदौर के जिला प्रशासन ने मुरम और पत्थर के अवैध खनन पर 140.60 करोड़ रुपये के प्रस्तावित जुर्माने का नोटिस जारी किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि खनिज विभाग ने इंदौर से सटे बारोली गांव में 5.50 हेक्टेयर और 3.40 हेक्टेयर के दो रकबों में अवैध खनन का खुलासा किया है। अधिकारियों के मुताबिक इस अवैध खनन को लेकर मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भंडारण का निवारण) नियम 2022 के तहत शुक्ला और तीन अन्य लोगों पर 140.60 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जाना प्रस्तावित किया गया है।
उन्होंने बताया कि नोटिस के प्रतिवादियों में शुक्ला के अलावा उनके भाई राजेंद्र शुक्ला, ईडन गार्डन गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित के अध्यक्ष और बारोली गांव के निवासी मेहरबान सिंह राजपूत का भी नाम है। नोटिस में कहा गया है कि बारोली गांव के दो संबंधित रकबों में करीब चार लाख घन मीटर मुरम और 2.23 लाख घन मीटर पत्थर खनिज का अवैध खनन किया गया और इस आधार पर प्रतिवादियों के खिलाफ 140.60 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया जाना प्रस्तावित किया गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, शुक्ला समेत चार लोगों को जारी नोटिस में कहा गया है कि वे 19 अप्रैल को प्रशासन के एक अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) की अदालत के सामने अपना पक्ष रखने के लिए हाजिर हों और अगर वे उपस्थित नहीं होते हैं, तो प्रकरण में एकपक्षीय कार्यवाही की जाएगी। अवैध खनन मामले में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर पूर्व विधायक शुक्ला ने ‘‘पीटीआई-भाषा” से कहा, ‘‘मुझे अब तक (अवैध खनन को लेकर) कोई नोटिस नहीं मिला है। नोटिस मिलने पर ही मैं इस बारे में कुछ कह सकूंगा।”
वर्ष 2023 के पिछले विधानसभा चुनावों में वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर-1 सीट पर कांग्रेस के निवर्तमान विधायक और अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी शुक्ला को 57,939 मतों से हराया था। इस पराजय के महज तीन महीने के बाद शुक्ला नौ मार्च को कांग्रेस छोड़कर सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए थे। भोपाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भाजपा में उनका स्वागत करने वाले नेताओं में खुद विजयवर्गीय भी शामिल थे। विजयवर्गीय फिलहाल सूबे के काबीना मंत्री हैं।