महाकाल की नगरी जिसे धार्मिक नगरी नाम से जाना जाता है। यहां दान पुण्य के साथ पशु-पक्षी की सेवा भी की जाती है। पेड़ों की कटाई और हवा-आँधी से पेड़ों के पेड़-पौधों के रहने की जगह ख़त्म हो रही थी पर मसाना सिंधी समाज की ओर से पूरे शहर में पक्षी घर बनाए जा रहे थे। जिस पर अब रोक लगा दी गई है.( रिपोट – शुभम् मर्मट )
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सरकार ने बढ़ाया दाम, फिर भी क्यों मच गया सोयाबीन पर बवाल, जानिए पूरा माजरा
अमित म्यूजिकल, गणेश बविस्कर, भोपाल। मध्य प्रदेश में सोयाबीन को लेकर मची तबाही. एक तरफ केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी-न्यूनतम समर्थन मूल्य) बढ़ाया है, तो दूसरी तरफ किसान…