कोरबा. बदलते समय के साथ युवाओं की सोच में आये बदलावों ने उनमें आक्रामकता को बढ़ावा दिया है। ईसाइयों में पढ़ने वाले छात्रों में भारी हिंसा के कारण जयपुर की घटना आम बात हो गई है। युवाओं के व्यवहार का अध्ययन करने पर ही इन छात्रों की असल वजह पता चल गई। बच्चों के बीच झगड़ा आम बात है लेकिन अगर यह उसका रूप ले ले तो निश्चित रूप से नामांकित व्यक्ति से लेने की जरूरत है।

चाकू से किया हमला
हाल ही में कोरबा के बांकीमोंगरा क्षेत्र के गजरा स्थित सरस्वती मंदिर मंदिर में एक गंभीर घटना घटी, जिसने सभी को चौंका दिया। यहां दो छात्रों के बीच किसी मामले को लेकर विवाद हो गया और चाकूनुमा हथियार से हमला कर दिया गया। इस हमले में दूसरा छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया।

स्कूल प्रबंधन से लोगों में दोस्ती
राइफल पर परमाणु पुलिस ने राइफल को तत्काल अस्पताल के साथ-साथ मामले की जांच शुरू कर दी। इस हमले के चलते इलाके में काफी तनाव का माहौल बन गया है. स्थानीय लोगों में गुस्सा और साधारण साफ देखा जा रहा है, जबकि स्कूल प्रबंधन इस मामले पर शैल साधे हुए हैं।

पुलिस में कार्रवाई करने की तैयारी
घटना मे सिद्धांत साहू ने यश राज पर हमले का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में अपराध दर्ज कर लिया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है। यह घटना केवल स्कूल के छात्रों के बीच भारी आक्रामकता को खारिज करती है, बल्कि साइकल शांति के लिए भी एक गंभीर संकेत है।

बढ़ रही है चाकूबाजी की घटना
स्थानीय स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि इस तरह की घटनाएं आज की युवा पीढ़ी के विचारों में बदलाव का परिणाम है, यही कारण है कि आज के समय में ज्यादातर नाबालिक बच्चों के हाथ में चाकूबाजी होती है। यह आवश्यक है कि आगे की ओर सही दिशा-निर्देश दिए जाएं ताकि ठोस कदम उठाए जा सकें।

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