नई दिल्ली/दुर्ग/इंदौर. हर माता-पिता का सपना होता है कि रिश्ते बनने के बाद उनके बेटे की अच्छे घर में शादी हो जाए। वे आनंद लें अपनी जन्मभूमि और परिवार की विरासत को और समृद्ध करें। दूसरी तरफ, विवाह के बंधन में बंधने वाले कपल ब्रेकअप के मन में भी कई ख्वाहिशें होती हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए वे साथ मिलकर खास जोड़ी बनाते हैं। लेकिन, जब ये सारे ख्वाब और सपने टूटते हैं तो एक संकेत में जिंदगी बिखरती हुई महसूस होती है। छत्तीसगढ़ के एक बिजनेसमैन के साथ भी कुछ ऐसा हुआ। बेटे की शादी के नाम पर न केवल लाखों करोड़ शामिल हुए, बल्कि दूसरे धर्म की लड़की को उनकी बहू ने विदा किया। जब यह भांडा फूटा तो हर तरफ का ग्राहक मच गया। मामला पुलिस तक पहुंच गया और शादी की खुमारी पलभर में उतर गई। कुछ दिन पहले जहां सहना कंपनी बजी थी, अब उस घर में मातमी सा न्योता पसर गया।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शादी के नाम पर जिंदगी भर का दर्द देने का यह मामला दुर्ग जिले के शनिचरी बाजार का है। जैन समुदाय के व्यापारी अपने 43 साल के बिजनेसमैन बेटे की शादी के लिए चिंतित थे। वह जैन लड़की की तलाश कर रहे थे। असली, लड़के की 5 बहनें,प्रोग्राम पहली शादी चुनी गई। इन सभी में युवाओं की खुद की उम्र की बर्बादी छूट गई। उम्र बढ़ने की वजह से लड़की मिल नहीं रही थी, जिससे लड़के के पिता परेशान थे। परिवार ने सूरत में रहने वाले अपने एक अज्ञात के सामने यह बात छेड़ी। इसपर रेजीडेंट रेजीडेंट को एक महिला एजेंट के बारे में बताया गया और उसके संपर्क साधनों के बारे में बताया गया। महिला एजेंट का नाम सरला बताया गया है।

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लड़की का बायोडाटा भेजा गया
जानकारी के मुताबिक, एजेंट सरला ने इंदौर के पूर्वा भारती जैन नाम की एक महिला का बायोडाटा भेजा था। इसके बाद युवा के पिता, बहन और छोटे भाई की शादी की बात और बढ़ गई, जिसके लिए लड़की को देखने की जगह मिल गई। उस वसीयत के घर में एक और युवा मौजूद था, जिसके होने वाली दुल्हन का छोटा भाई बताया गया था। लड़कियों ने कहा कि वह भी जैन समुदाय से ही तालुक रखती हैं। साथ ही लड़की का नाम पूर्वा भारती जैन बताया गया। एजेंट सरला ने इसके बाद मोटा पक्ष से 1.5 लाख रु. लड़की के पिता के रूप में शांतिलाल गांधी और बड़े भाई महावीर का परिचय हुआ। शादी का पूरा खर्च लगभग 16 लाख रुपए लड़के वालों से ही बढ़ी की शर्त पर शादी तय हुई।

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रिश्ता पक्का होता ही एजेंट सरला ने लड़के पक्ष से 16 लाख रुपये की मांग शुरू कर दी। इस पर छत्तीसगढ़ के बल्लेबाजों ने सरला को 5.5 लाख रुपये दिए। बाकी अंतिम शादी के समय की जानकारी दी गई। पूर्वा और उनके परिवार के अन्य सदस्य दुर्ग के घर पहुँच गए। सगाई हो गई और लड़की पक्ष ने 3 लाख रुपए और ले लिए। इंदौर के एक होटल में भी हुई शादी. इसका खर्च भी एक पक्ष से लिया गया. 8.9 लाख रुपए की शेष राशि भी मो पर ही ले ली गई। इस तरह कुल 17.5 लाख रुपये की वसूली हुई.

सुहागरात में ही दुल्हन पर शक, फिर खुला पोल
सुहागरात के मौके पर दूल्हा और दुल्हन की मुलाकात हुई तो युवक को उसी वख्त नई नवेली पटनी पर शक हो गया। सटीक नेटकाल दुलहन से आधार कार्ड डाउनलोड को कहा। इस पर लाल जोड़े में फार्मेसी दुलहन के सिक्कों से छूट दी गई। वह ना-नुकुर करने लगी. इससे पूर्व के मन में जन्म हुआ शक और भी गहरा हो गया। उसके बाद दुल्हन को बार-बार आधार कार्ड के लिए ले जाया गया, लेकिन दुल्हन टाल मटोल कर गई थी। इसके बाद एक दिन उनका आधार कार्ड कहीं और मिल गया। उसे देखते हुए दूल्हा और परिवार के मालिक उड़ गए। आधार कार्ड के अनुसार वह जैन समुदाय से नहीं था। इसके बाद पुलिस में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ। पुलिस पूछताछ में पता चला कि दुल्हन ने ही सभी लोगों को अपने-अपने नाम से गलत बताया था।

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