भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में फुल ड्रू चल रही हैं। इसी बीच लोग घर की सजावट और खुद के लिए उत्पादों की पेशकश भी दिलचस्प बनाते दिख रहे हैं। भोपाल में तो वोकल फॉर लोकल को भी समर्थन मिल रहा है।

इस लोग देशी उत्पादों को लेकर कुछ ऐसे उत्पादों पर केंद्रित हैं, जहां आज भी चीन की मोनोपोली चल रही हैं। ऐसा ही एक मार्केट है घर में डेकोरेशन वाली लाइट्स का जो घरों के बाहर फन फैलाती हैं। देखिए यहां क्या है वोकल फॉर लोकल का हाल और चाल।

5 परसेंट देशी तो 50 परसेंट चीनी की मांग
राजधानी भोपाल में पुराने घर डेको वाली लाइट की दुकान के मालिक ने Local18 से बात की बड़ी खबर. दुकान संचालक का कहना है, ‘इस समय लोग 5 परसेंट इंडियन सीरीज लाइट मांग रहे हैं तो वहीं आज भी 50 परसेंट लाइट की खरीदारी कर रहे हैं।

कम दाम ऐसे चीन की डिजाईन
राजधानी के स्पेशल लाइट मार्केट में जब लोकल18 लॉन्च हुआ तो हमें बातचीत के दौरान दुकानदार ने बताया कि, चीन की लाइट्स देशी के सामान से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इसी तरह चीनी कंपनी लाइट्स के थोक व्यापारी रहते हैं। मेड इन चाइना 50 फिट की सीरीज लाइट मात्रा 20 रुपये की है, जो देसी केमिकल काफी सस्ती है। इसी कारण लोग ज़ायोनी लाइट्स की बड़ी संख्या में डिज़ाइन कर रहे हैं।

देशी की वास्तविकता के सामने कुछ नहीं बौद्ध
लोकल18 से बातचीत के दौरान ही दुकान मालिक ने क्वालिटी को लेकर कहा कि, देशी लाइट और लोकल लाइट में क्वालिटी को लेकर कोई टक्कर ही नहीं है। देशी लाइट में जहां अच्छे और महंगे कॉपर के धागे का उपयोग किया जाता है, वहां के मूल निवासी लाइट में एल्युमीनियम का सस्ता गुणवत्ता वाला तार उगता है। इसी कारण से ट्रिपल में भी भारी अंतर देखने को मिलता है।

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