राजनंदगांवः- राजनंदगांव जिला मुख्यालय से 80 किमी दूर घने जंगलों के बीच गोटा जलप्रपात का चयन किया गया है। ये नजरें खूबसूरत ही दिखती हैं. देखें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के अलग-अलग तरह के लोगों की सूची। घने जंगलों के बीच दो से तीन किमी पैदल यात्रा करें। इसके साथ ही घने जंगलों को पार कर लोग इस वॉटरफॉल को देख रहे हैं। वॉटर के सीज़न में यह वॉटरफॉल का दृश्य ही बनता है। देखिये दूर-दूर से लोग यहाँ पर हैं। घने जंगलों के बीच यह वॉटरफॉल स्थापित है।

राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक के कौवापानी गांव के अंतर्गत गोटा जलप्रपात आता है। घने जंगलों के बीच लगभग दो से तीन किलोमीटर पैदल चलने वाला यह वाटरफॉल तक खुला है। वॉटरफॉल की प्रकृति आपके अंदर ही दिखती है। बरसात के दिनों में ही यह झरना दिखाई देता है। यहां देखें बड़ी संख्या में दूर-दूर से लोग यहां की कतारें हैं। पैदल यात्री दुर्गम का सफर करते हुए लोग इस वॉटरफॉल को देखने आते हैं।

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से लोग आते हैं
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में भी लोग यहां वॉटरफॉल देखने वाले हैं। महाराष्ट्र से आये एंटोनियो पाटले और मध्य प्रदेश के जननायक यादव ने लोकल 18 को बताया कि छत्तीसगढ़ बहुत सुंदर राज्य है। जहां डोंगरगढ़ जिले का एक चुनिंदा गोटा बहुत सुंदर जलप्रपात है, यहां के स्थानीय लोगों ने हमें यह बताया था। सोशल मीडिया में भी वॉटरफॉल की जानकारी हमने देखी थी। इसके बाद लोकल गाइड के साथ हम लोग यहां अमेरिका हैं। जंगल के बीचो-बीच यह वॉटरफॉल स्थापित है। वॉटर फॉल होने का कारण एक अच्छा पर्यटक स्थल है। हम लोग भी महाराष्ट्र से आये हैं. यहां पहुंच पर एक अच्छा दृश्य दिखाई देता है। छत्तीसगढ़ में यह एक हिडन ट्रेजर की तरह है जो धीरे-धीरे-धीरे-धीरे एक्सप्लोर हो रहा है और लोग यहां पहुंच रहे हैं। पर्यटक स्थल के नाम पर छत्तीसगढ़ का नाम आगे बढ़ रहा है।

लगभग 100 फीट की ऊँचाई पर वॉटरफॉल गिरता है
चयनगोटा जलप्रपात लगभग 100 फ़ीट की ऊँचाई से नीचे गिरता है। जिसे देखकर लोगों के मन को शांति और आनंद मिलता है। यहां का मनोरम दृश्य झरने के दिनों में और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है क्योंकि बारिश का पानी मोटो झरने का रूप ले लेता है और तेजी से नीचे चला जाता है। जिसे देखकर लोगों की ख़ुशी का एहसास नहीं होता। यह वॉटरफॉल अपनी प्रकृति को समेटे हुए है। यहां आसपास के क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ अन्य राज्यों से भी लोग यहां पहुंच रहे हैं और वॉटरफॉल को देखकर इसका आनंद ले रहे हैं।

पहले प्रकाशित : 22 सितंबर, 2024, 15:29 IST

Source link