ज़ब्त. मध्य प्रदेश के जबलपुर के रांझी इलाके की मढ़ी में मस्जिद बनाने के लिए गाय बाल मंदिर की जमीन हथियाने का खजाना चल रहा है। इसी बीच गौरीघाट रोड पर बनी एक बावड़ी प्लास्टिक पार्टी में शामिल है। आरोप है कि वीरांगना रानी दुर्गावती के काल में बनी बादशाह हलवाई मंदिर की बावड़ी को मजार के रूप में बदल दिया गया है। इतनी ही नहीं बावड़ी में हरे रंग का पेंट बनाकर उसे धर्म का विशेष हिस्सा बनाने की कोशिश की गई है। हिंदू सेवा परिषद ने बावड़ी को जब यहां से रंगा हुआ देखा और वहां धर्म विशेष के लोगों का आना जाना तो उनका भी उड़ गया।

हिंदू सेवा परिषद ने बावड़ी का आतंकवादी परीक्षण किया और वीडियो बनाया। उनका दावा है कि वहां प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक चिह्न, श्री यंत्र, भगवान महादेव का शिव लिंग और नंदी महाराज की मूर्ति के दर्शन हो रहे हैं, जो सनातन संस्कृति की पहचान हैं।

कार्रवाई की मांग

बावड़ी के इस बदले हुए स्वरूप के सामने आने के बाद अब ज़ब्त ‘लैंड जेहाद’ में एक बार फिर से ‘लैंड जेहादी’ की दोस्ती हो गई है। हिंदू संगठन का आरोप है कि भूमि जिहाद के धर्म विशेष के लोगों ने इस पर कब्ज़ा कर लिया और वहां मज़ार बनाने का यंत्र बनाया गया।

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हिंदू सेवा परिषद ने अपने खिलाफ जिला प्रशासन को एक निर्देश दिया है और इस बावड़ी को कब्ज़ा मुक्त कर उसके वास्तविक स्वरूप में वापस लाने की मांग की है। इसके साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर दंगाइयों से किसी धर्म विशेष का कब्जा नहीं हटाया गया तो वहां काउंसिल भगवा रंग की पुताई करेगी। फिर से बावड़ी को आज़ाद ग़ायब कर लिया गया।

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