सरगुजा: फ़ुटका पर्वत अपनी प्राचीनता और धार्मिक महत्व के कारण स्थानीय लोगों के लिए श्रद्धा का स्थल बना हुआ है। युवाओं का मानना है कि इस स्थान पर भगवान श्रीराम ने एक आश्रम बनाया था, जिसका नाम ‘राम आश्रम’ है। यहां पहाड़ी कोरवा और पंडो जनजाति के लोग निवास करते हैं और यह क्षेत्र उनकी धार्मिक आस्था का केंद्र है। श्रीराम की पूजा और आराधना यहां की प्राचीन परंपरा का हिस्सा है।
कार्तिक पूर्णिमा पर विशेष पूजा और रामायण पाठ का आयोजन
प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यहां विशेष पूजा अर्चना और रात्रिभरण वाले रामायण पाठ का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर यूके, सरगुजा और आसपास के इलाकों से बची हुई बड़ी संख्या में लोग और स्थानीय संस्कृति और बौद्ध धर्म का जीवंत अनुभव होता है।
‘नेचर ट्रेल’ से हुआ आसान फ़ुटका माउंटेन का मार्ग
हाल ही में वन विभाग ने फ़ुटका पर्वत तक पहुँचने के मार्ग का पुनर्विकास किया है और एक ‘नेकर ट्रेल’ की स्थापना की है, अब चार पहेलियाँ जहाँ तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। इस क्षेत्र में पुराने बालको कॉलोनी के अवशेष और ज्वालामुखी के चिन्ह अब भी मौजूद हैं। इस कॉलोनी में स्थित एक शिव मंदिर में गुप्त पूजा के लिए लोग आते हैं और पास में स्थित बुद्ध वट वृक्ष के लिए उनका विशेष धार्मिक महत्व है।
प्रकृति के करीब और दर्शन जीवन का अनुभव
फ़ुटका पर्वत क्षेत्र का शांत और प्राकृतिक वातावरण भूदृश्य को प्रकृति के करीब आने का अवसर देता है। यहां साधारण भी देखने को मिलता है, जिसमें कोटरी और सांभर जैसे पशु शामिल हैं। इसके अलावा, इस क्षेत्र की जैव विविधता का भी चित्रण किया जाता है और एक सुखद अनुभव का चित्रण किया जाता है।
अनोखे पुरास्थलों की संरचनाएँ और पर्यटन की कहानियाँ
राम स्टूडियो का एक अद्भुत उदाहरण यह है कि यहां के पत्थर जीव-जंतु या सिद्धांत के आकार के होते हैं, जो थिएटर के लिए एक अलग आकर्षण हैं। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं, जिनमें समावेशी सहयोग से विकास किया जा सकता है। यदि इस दिशा में पहल की जाए, तो यह स्थल न केवल सांस्कृतिक चमत्कार का प्रतीक बन सकता है, बल्कि एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रूप में भी स्थापित किया जा सकता है।
टैग: अंबिकापुर समाचार, छत्तीसगढ़ खबर, स्थानीय18
पहले प्रकाशित : 3 नवंबर, 2024, 12:56 IST