महासमुंद. सरकार के द्वारा रोड बनाने को लेकर बड़े-बड़े वादे किए गए हैं लेकिन रोड की खस्ता हालत में कलाकारों की पोल खोलती नजर आ रही है। सड़क पर बड़े-बड़े बैग नजर आ रहे हैं, जहां इस पर गाड़ी चलाना भी मुश्किल हो गया है। इस सड़क से जाने वाले मशीनरी को गंदगी के साथ-साथ भारी कूड़े का भी सामना करना पड़ रहा है। अद्यतन में अद्यतित लेकेर काफी पसंद किया गया है। इसके अलावा शासन प्रशासन एवं पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा लगातार समीक्षा के बाद भी अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है, ना ही काम में गिट्टी डाली गई है, ना ही सड़क की मरम्मत कराई जा रही है। इस ग्रामीण काफी अजीब नजर आ रहे हैं।

ताला नहीं खुला का काम
वहीं गांव की सरपंच श्रीमती मधुकला भंडारी ने स्थानीय 18 से बातचीत करते हुए बताया कि इस सड़क का निर्माण आज से करीब 20 साल पहले हुआ था, लेकिन 20 साल बाद भी काम शुरू हुआ, तो आज तक किसी भी तरह की चर्चा नहीं हुई। के लिए कोई मजाक छेड़ा गया है, ना ही मजाक में गिट्टी गिराई गई है। इससे जुड़े सामान को आने-जाने में भारी परेशानी हो रही है।

कोई नहीं ले रहा छात्र की सुध
साथ ही उन्होंने बताया कि उनके द्वारा भी समय-समय पर अधिकारियों से इस बात की शिकायत की जाती है लेकिन अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। इसी रोड से पंचायत ग्राम बूटीपाली के लगभग 150 से 200 की संख्या में विद्यार्थी पढ़ाई करने के लिए मिर्ज़ापुर माध्यमिक विद्यालय बड़े साजापाली जाते हैं। बैलून के दिनों में हीरे का सामना करना पड़ता है। वहीं जूते के दिनों में स्कूल ड्रेस भी खराब होती है। गर्मी के दिनों में छात्रों की गंदगी से परेशान लोगों की नजरें जाती हैं, लेकिन छात्रों का सुधा लेने वाला आज तक सामने नहीं आया है।

सड़क का किया जा रहा है सर्वे
उन्होंने बताया कि इस संबंध में गणित के विशेषज्ञ पटेल से फोन के माध्यम से बातचीत की जा रही है और विभाग द्वारा इस सड़क का सर्वेक्षण किया जा चुका है। जैसे ही यह सड़क पास दिखाई देती है तो इसका तुरंत निर्माण किया जाएगा। वहीं मलबे की समस्या को लेकर भी कहा गया कि अगर छात्रों को परेशानी हो रही है तो इस पर तेजी से गिट्टी गिराई जाएगी और सड़क को चालू कर दिया जाएगा।

टैग: स्थानीय18, महासमुंद समाचार, सड़क एवं परिवहन मंत्रालय

Source link