जांजगीर चांपा:- जांजगीर चांपा जिले के चितफंड कंपनी के सैकड़ों निवेशक दो माह से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनके उद्यम परख करने वाला कोई नहीं है, अपनी कंपनी को लेकर रोज सुबह 11 बजे समर्थक धरना स्थल हॉकी मैदान में डंटे रहते हैं, लेकिन उनके अध्ययन नहीं हो रही हैं,संपूर्ण देश में चितफंड कंपनी द्वारा 42 करोड़ ठगे गए रहे राष्ट्र असंतुष्ट कालजयी असहयोग आंदोलन में बैठे हैं।
पीड़ित चितफंड कंपनी के रघुवर कर्स ने बताया कि जिले के चितफंड कंपनी के सैकड़ों सहयोगी 65 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं, पूरे भारत में चितफंड कंपनी ने 42 करोड़ से ज्यादा लोगों को ठगा है 2019 यानी बड्स एक्ट के तहत भुगतान की मांग कर रही है। इसलिए जा रहे हैं, 1 सितंबर 2024 रविवार से 3 नवंबर 2024 रविवार को 3 नवंबर 2024 रविवार को 1 सितंबर 2024 रविवार को 1 सितंबर 2024 रविवार को 3 नवंबर 2024 को 3 नवंबर 2024 को 3 नवंबर 2024 को लगातार रात दिन चल रहे राष्ट्रव्यापी असाध्य काल असहयोग आंदोलन में शामिल हुए। 64 वे दिन तक निर्भीक मन से हड़ताल का आयोजन कर रहे हैं। और बताया कि 15 नवंबर से चंबल की घाटी से सभी अपनी-अपनी जगह नदी से जल लेकर पैदल निकलेंगे और दिल्ली संसद का समापन करेंगे।
किशोरी ने दी आत्महत्या की चुनौती
संतोष साहू ने पहले भी बताया था कि 28 दिसंबर को पूरे देश में प्रशासन की नियुक्ति में विरोध प्रदर्शन किया गया था, गांधी जयंती 2 अक्टूबर को पूरे देश में प्रशासन की नियुक्ति में विरोध प्रदर्शन किया गया था। , और कहा कि तापजप के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदनलाल आज़ाद और सेंट्रल कोर कमेटी दिल्ली की ओर से सभी आंदोलनकारी गुटों के कार्यकर्ता हैं, अब युवाओं का कहना है कि अगर बड्स एक्ट कानून लागू नहीं हुआ तो हमें आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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पहले प्रकाशित : 5 नवंबर, 2024, 13:20 IST