निक्की कुमार बड़कुल/दमोह: मध्य प्रदेश के दमोह जिले के सरकारी स्कूलों में कुछ महीने से मुफ्त में ही नवोदय की कोचिंग दी जा रही है। रेहड़ी, जिला मुख्यालय से 56 किलोमीटर दूर तेंदू अनुबंधित क्षेत्र में एक भी ऐसा कोचिंग सेंटर मौजूद नहीं था, जो बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे सके। कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं जहां के बच्चों को बेहतर शिक्षा का सपना संजोए हुए हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों में पर्याप्त व्यवस्था है और सरकारी स्कूलों के अभाव में उनके सपने में स्थिरता से पहले ही बीच रास्ते में ही अपना दम तोड़ दिया जाता है। ऐसे ही प्रतिभावान बच्चों का भविष्य संवारने और उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रतियोगी उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय में निःशुल्क कोचिंग सेंटर खोला गया है।
100 से ज्यादा बच्चों को कोचिंग
फ्री कोचिंग सेंटर में करीब 100 से ज्यादा बच्चों को एक साथ लर्निंग बोर्ड की मदद से नवोदय परीक्षा की तैयारी की जा रही है। छोटी सी उम्र में नवोदय विद्यालय में पढ़ने का ख्वाब देख रहे सैलवेडर, रिचकुड़ी, महंगवा, बादीपुरा, धनगौर कलां गांव के प्रतिभावान बच्चों के भविष्य को संवारने की शुरुआत पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री डॉमाड्रा सिंह लोधी के भाई साझीत सिंह लोधी की है। जो पूर्व नवोदय विद्यालय के छात्र रह रहे हैं, उनसे आग्रह है कि ऐसे ही कुशल इंटरमीडिएट का न केवल चयन किया जाए, बल्कि उनसे अनुरोध है कि इस लक्ष्य को साकार करने के लिए आप सभी सहयोग करें ताकि हम हर गरीब मजदूर के बच्चों को निःशुल्क ही नवोदय परीक्षा दे सकें। तैयारी कार्य.
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आर्थिक रूप से व्यावसायिक छात्रों को लाभ
नवोदय की कोचिंग क्लास में मुफ्त में आर्थिक रूप से प्रवेश करने वाले छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अर्जित करने का अवसर मिलेगा। छात्रों की प्रतिभा की पहचान करना और उन्हें मार्गदर्शन प्रदान करना। अनुभवी इंजीनियरों से छात्रों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति में मदद मिलेगी। सबसे पहले समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता अल्पसंख्यकों और बच्चों के अपने सपने को साकार करना।
श्रीमती सिंह गौंड का अनुभव
स्थानीय 18 से बातचीत के दौरान रिचकुड़ी ग्राम के रहने वाले पीतम सिंह गौंड ने बताया कि वो कितने किसान हैं, जानकारी लगी कि तेंदू अपॉइंटमेंट में फ्री में कोचिंग सेंटर खुला है। इसके बाद मैं सुबह 6:30 बजे रोजाना अपने तीनों बच्चों को लेकर यहां आया और करीब 20 दिन से ज्यादा हो गए। बच्चों को निःशुल्क में ही नवोदय परीक्षा की तैयारी की शिक्षा दी जा रही है।
शिक्षक सर्वेश गर्ग का बयान
तो वहीं शिक्षक सर्वेश गर्ग ने बताया कि अभी तक तेंदू स्नातक में ऐसा कोई भी कोचिंग सेंटर नहीं था जो विशेष रूप से नवोदय परीक्षा की अंतिम तैयारी बच्चों को करा रहा हो, लेकिन यह केंद्र अब केवल शहरी क्षेत्र के बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा सहयोगी कर सकता है। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे भी सुबह 6:00 बजे केंद्र पर पहुंच जाते हैं और 9:00 बजे तक वह नवोदय परीक्षा की अंतिम तैयारी करते हैं।
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पहले प्रकाशित : 2 अक्टूबर, 2024, 14:01 IST