खंडवा: किन्नर समाज को अपने अनोखे रीति-रिवाजों के लिए जाना जाता है। शादी-ब्याह, मुंडन, बच्चे के जन्म पर किन्नर लोग यहां से नेग लेते हैं। इस दौरान बधाईयां मनाई जाती हैं और डांस भी किया जाता है। लेकिन, खंडवा में किन्नरों के यहां कुछ अलग हुआ। यहां किन्नरों ने बधाई गाई, डांस भी किया, लेकिन किसी के घर में नहीं, बल्कि अपने घर में। जी हाँ, यह अवसर एक छोटी किन्नर के तीसरे का था, दूसरे अनुयायी से पार्टी को बदनाम किया गया। छोटे किन्नर को बधाई पूरे खंडवा के किन्नर प्रदेश थे।

एक साल की बात थी, जब परिवार ने दूसरा विकल्प चुना
सबसे छोटे किन्नर संगीता जब एक साल की थी, तब उनके माता-पिता ने किन्नर गुरु माया नायक को उन्हें तीन बार दिया था। तब से उनका अल्ट्रासाउंड किन्नर गुरु ही आये हैं। खंडवा की सबसे छोटी किन्नर संगीता का डे बड़ी धूम से जन्मदिन मनाया गया। इस कार्यक्रम में खंडवा के किन्नर शामिल हुए और खुशियां बनीं। इस अनोखे आयोजन की चर्चा पूरे जिले में रही। खास बात ये है कि किन्नर समाज में ऐसी कोई संस्था का स्थान नहीं है। फिर भी यहां 14 साल से बाल किन्नर संगीता की गर्लफ्रेंड आ रही हैं, जो हर साल चर्चा का विषय बन जाती हैं।

हर साल निर्मित होते हैं जन्मदिन
किन्नर सितारा गुरु ने लोकल 18 को बताया कि संगीता जब एक साल की थी, तब ही उनके कैसल ने उन्हें महल नायक गुरु को छनेरा में राज दिया था। तब से उसका अवलोकन हम करते आये हैं। जैसे एक छोटे बच्चे का जन्मदिन होता है, वैसे ही हमने भी मनाया। किन्नर परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे। केक अनकेटेड हो गया. ख़ुशी ख़ुशी. नाच-गाना हुआ. जैसे आम घर-परिवार में होता है, यहां भी सबकी कुछ सोच ही होती है। हर साल हम उनकी बर्थडे मेकर होते हैं।

बच्चा हो किन्नर तो दे देते हैं…
स्टार गुरु ने बताया, बहुत से रिश्तेदारों में संत किन्नर के रूप में जन्म स्थान है। ऐसे में वो लोग उन्हें रखें पद तो रखें, ये है उनकी चाहत. लेकिन, बहुत से ऐसे लोग किन्नर बच्चे को हमको दे देते हैं। हम उन्हें मां-बाप की तरह पालते हैं. पढ़ते-लिखते हैं. संगीता भी उसी तरह हमारे पास आई थी और हम उसका लालन-पालन कर रहे हैं। बताया गया, अब किन्नरों को समाज में सम्मान मिलता है। सरकार भी नागरिक का अधिकार दे रही है।

टैग: खंडवा समाचार, स्थानीय18

Source link