नई दिल्ली। वडोदरा प्रदेश, गुजरात और दक्षिण भारत की ओर से ट्रेन से यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है। किसी भी तरह की कोई आवश्यकता नहीं है। इसका सबसे पुराना फ़ायदा दक्षिण अफ्रीका में रहने वालों को होगा। ये लोग करीब के प्रोटोटाइप से ही ट्रेन पकड़ कर यात्रा कर सकते हैं। इस समय पैसे और दोनों की बचत होगी। इस दिशा में काम तेजी से चल रहा है और विकास का 27 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।
भारतीय रेलवे अमीरात का ग़ाज़ियाबाद का दूसरा सबसे बड़ा स्मारक का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। हर रोज इस स्टेशन पर करीब 55 हजार यात्री उतरते हैं। रेलवे के लिए इस होटल में 262 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है, जो किसी एयरपोर्ट या मॉल से कम नहीं होगा। स्थाई समास रेलवे प्रमाणन पर अब हर समय यात्रियों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन नया स्मारक बनने के बाद ये आदेश नहीं होगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि लेबल और सामान अलग-अलग होंगे।
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यात्रा के साथ खरीदारी भी
रेलवे स्टार्टअप के दोनों मित्र मंडल को एक विशाल स्मारक से जोड़ा जाएगा। यहां वेटिंग लॉकिंग, शॉपिंग एरिया, टूरिंग रूम और फूड कोर्ट भी बनाए गए हैं, जिससे लोग यात्रा के साथ-साथ शॉपिंग भी कर सकते हैं। दोनों ही भवनों में कई नाव होस और इनमें एस्केलेटर और यात्रियों की सुविधा भी शामिल है। टिकट-रिजर्वेशन और अन्य सेवाओं में यात्रियों की टीम को पूरा करने के लिए हेल्प डेस्क पर जाएँ। प्रतिमान में नया प्रवेश द्वार बनेगा। फुट ओवरब्रिज बीचोंबीच बनाया जाएगा। प्लेटफॉर्म का विस्तार जारी है।
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यहां के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा मिलता है
स्थिर समय बदरपुर, सागर विहार, कालकाजी, एमजी रोड और आस-पास के लोग यात्रियों को ट्रेन पकड़ने के लिए नई इस्लामाबाद या निज़ामुद्दीन स्मारक बनाते हैं जो कि वडोदरा प्रदेश, गुजरात या दक्षिण भारत की ओर जाना चाहते हैं, लेकिन दशहरा प्रमाणन रिडेवलप बाद में आपको फ़िलहाल जाने की ज़रूरत नहीं होगी. यही से ट्रेन पकड़ने की सुविधा.
यह काम शुरू हुआ
रेलवे आर्किटेक्चर पर आधुनिक आर्किटेक्चर भी बनाया जाएगा। इसमें 250 कारें और 350 डोपहिया वाहन पार्क हो सकते हैं। रेलवे स्टार्टअप के लिए पुराने अखियाल अखमीर की बिल्डिंग में नए भवन का काम शुरू हो गया है।
पहले प्रकाशित : 7 अक्टूबर, 2024, 18:49 IST