मोहन ढाकले/बुरहानपुर: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले की एक ऐसी नदी जहां 3 दिन तक भगवान बालाजी महाराज करते हैं शाही स्नान, बच्चों से लेकर तो युवाओं की भी ऐसी होती है भीड़
मध्य प्रदेश में आज भी कई प्राचीन पौराणिक कथाओं का समूह हो रहा है। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में भी 400 साल पुराना भगवान बालाजी महाराज का मंदिर है। यहां बताया गया है कि भगवान बालाजी महाराज ताप्ती नदी में तीन दिन शाही स्नान करते हैं। उनके साथ संस्थान के लिए बच्चों से लेकर बुजुर्गों की भी ताप्ती नदी पर भीड़ उमड़ती है। बालाजी महाराज तीन गठबंधन भगवान हैं। यहां पर जय गोविंद जय बालाजी के जय घोष के साथ भगवान बालाजी महाराज नदी में नहाते हैं और आसन पर बांसुरी वादकों को दर्शन देना शुरू कर देते हैं। थ्री डेवलेवल की भी शुरुआत होती है।
पंडित ने दी जानकारी
लोक 18 की टीम को मंदिर समिति के पुजारी चंद्रकांत बालाजी वाले ने जानकारी देते हुए बताया कि यह 400 साल पुराना बालाजी महाराज का मेला है। भगवान बालाजी महाराज मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले से गाय वाली ताप्ती नदी में तीन दिन तक स्नान करने के लिए तैयार हैं। आज पहले दिन भी भगवान बालाजी महाराज ने शाही स्नान करके तीन दिव्य मंदिरों की शुरुआत की थी। रात के समय यहां पर मेले का आयोजन होता है। बड़ी दूर-दूर से भक्त दर्शन पूजन के लिए आते हैं। और यहां पर भगवान बालाजी महाराज को भक्त द्रबा और चूडवे का भोग लगाया जाता है।
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बालाजी महाराज के नदी में नहाते ही बारिश होती है ठंड
भगवान बालाजी महाराज जैसे ही ताप्ती नदी में स्नान करते हैं, उनके ठंड के बाद भी अपने रूप में स्नान करना शुरू हो जाता है। यह परंपरा पिछले 400 वर्षों से चली आ रही है। 400 साल में कई साल ऐसे हुए कि जब धूप होगी बाकी हर समय ठंड अपना रूप दिखाना शुरू कर देती है। और तापमान भी ठंडा हो जाता है. इस बार ठंडक के साथ-साथ ताप्ती नदी का धुआं भी बढ़ गया है, लेकिन झील में जलमग्न हो गया है।
पहले प्रकाशित : 21 अक्टूबर, 2024, 17:43 IST