अनोखे सी.डी. बॉल बना रहीं ये महिलाएं, बंजर जमीन में भी उगेंगी पौधे, पर्यावरण संरक्षण का उठाया जिम्मा

खरगोन. पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई अभियान चल रहे हैं। सामाजिक सुधार सहित सरकारी महकमा भी अपने स्तर पर पौधरोपण के कार्य में अनुरूप है। वहीं, खरगोन सहित आसपास के जवानों में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगे हैं, बंजर जमीन भी हरी-भरी हो, इसके लिए खरगोन की महिलाओं द्वारा अनोखी प्रजातियों की जा रही है।

उत्साहित, ये महिलाएं स्वयं के खर्चे पर सीड बॉल तैयार कर रही हैं और लोगों को मुफ्त में बेच रही हैं। महिलाएं इन सीड बॉल को कुछ इस तरह तैयार कर रही हैं, जिससे बिना गड्ढे खोदे, खाद, दवाई छिड़के बस किसी भी जगह फेंक देंगी तो भी बंजर जमीन में पौधे उगने लगेंगे। देखने की भी जरूरत नहीं है.

100 से ज्यादा महिला मंडल
बता दें कि खरगोन के बसंत विहार कॉलोनी सहित जिले भर में महिलाओं के लिए 100 से अधिक मंडल बनाए गए हैं। प्रत्येक मंडल में 20 से 25 महिलाएं होती हैं। ये सभी गायत्री परिवार से जुड़े हुए हैं। खरगोन में करीब 12 मंडल हैं, जो इन दिनों अपनी-अपनी कॉलोनी में सीड बॉल तैयार कर रहे हैं। ६, एक मंडल द्वारा १००० से अधिक सीड बॉल तैयार किए जा चुके हैं। इसमें से 40 फीसदी सीड बॉल भी बेची गई हैं। सिड बॉल बनाने-बांटने का यह सिड निरंतर जारी है।

पहाड़ों में बसा शहर
बसंत विहार कॉलोनी की महिला मंडल की चंद्रकला कुशवाह और शांति बाई जोशी ने लोकल 18 को बताया कि जिस तरह बड़ी मात्रा में आश्चर्य की फसल हो रही है। बढ़ती आबादी के चलते शहर में पहाड़ियां बस गई हैं, उनसे पेड़-पौधे खत्म हो गए हैं। पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा योजनाएं बनाने की जरूरत है।

ऐसे तैयार होते है सीड बॉल
आगे बताया गया है कि काली मिट्टी और गोबर के गोलों के बीच नीम, परजात, बिल्वपत्र, खट्टी इमली, सीताफल, बहेड़ा जैसे 10 से 12 छायादार एवं फलदार छिपने के बीजठ गेंदें बनाई गई हैं। बारिश के मौसम में कहीं आते-जाते समय इन सीड बॉल को खाली बंजर ऊंचाई पर फेंक देंगे, तो आप अपने पौधे उगने के चरणों और कुछ वर्षों में यही पौधा ऊपरी पेड़ पर वातावरण को शुद्ध कर देंगे।

नि:शुल्क प्राप्त करें
महिलाओं ने बताया कि सीड बॉल तैयार करके गुस्से में भी लगी हुई हैं। इसी के साथ अन्य लोगों को भी मुफ्त में बेच रहे हैं। बनाना भी सिखा रहे हैं. किसी को अधिक मात्रा में बीज उपलब्ध कराना चाहिए. सीड बॉल भी बनाई जाएगी. इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. यदि आपको भी यह सिड बॉल चाहिए तो खरगोन के गायत्री मंदिर या फिर बसंत विहार कॉलोनी में जाकर महिलाओं से प्राप्त कर सकते हैं।

टैग: पर्यावरण, लोकल18

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