रायपुरएक घंटा पहले
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रायपुर के आरंग में रविवार को कांग्रेस भवन का उद्घाटन हुआ। पहले ही दिन इस सियासी इमारत में कुछ ऐसा हुआ कि अब प्रदेश के राजनीतिक दल आपस में भिड़ गए हैं। RSS को लेकर मौजूदा मंत्री शिव डहरिया ने कुछ ऐसा कह दिया कि पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल भड़क गए। अब दोनों के बीच सियासी जुबानी जंग जारी है।
डहरिया के बयान के बाद भाजपा में गुस्सा है।
कार्यक्रम में मंच से सम्बोधित करते हुए शिव डहरिया ने कहा- कांग्रेस और भाजपा कैसी पार्टी है यह हमें जानना चाहिए। कांग्रेस का इतिहास है कि देश की आजादी का आंदोलन कांग्रेस पार्टी ने चलाया। यह हमारे भारत की मिट्टी है जिसे कांग्रेस के लोगों के खून पसीने से सींचा है। आजादी के आंदोलन के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं ने अपना बलिदान दिया। जेल गए, फांसी चढ़े लेकिन आजादी के आंदोलन को नहीं छोड़ा।
डहरिया आगे बोले- यह RSS भाजपा के लोगों का सिद्धांत है कि यह अंग्रेज के चाटुकार थे, यह अंग्रेज के मुखबिर थे। RSS के लोग और हमारे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं की जानकारी अंग्रेजों को देते थे। उन्हें जेल भिजवाने का काम किया, फांसी चढ़ाने का काम किया। जब देश का संविधान लागू हुआ तो यह RSS ने हमारे तिरंगे को पैरों तले रौंदा। बाबा साहब अंबेडकर, नेहरू और महात्मा गांधी के पुतले जलाए थे। जैसे भगवान राम के समय उनके कामों को रोकने कालनेमी राक्षस था, वैसे ही आज देश के विकास को रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी काम कर रही है राक्षस की तरह। जबकि कांग्रेस ने देश के नवनिर्माण का काम किया।
बृजमोहन ने डहरिया के बयान का विरोध किया।
बृजमोहन ने पूछा कौन शहीद हुआ जरा बताएं
सरकार के कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया द्वारा आरएसएस पर की गई टिप्पणी पर बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बृजमोहन ने कहा की आरएसएस देश की ताकत है, देशभक्ति की पाठशाला है। ऐसे सामाजिक संगठन पर अशोभनीय टिप्पणी करना देशभक्तों का अपमान है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस से ही सवाल पूछा कि आजादी की लड़ाई के ढाई सौ सालों के इतिहास में एक भी कांग्रेसी अगर शहीद हुआ, अपनी जान दी हुई तो हमें बताएं?
उन्होंने कहा कि ये कांग्रेसी मुखबिरी की बात करते हैं तो यह जान ले सारे देश को पता है कि महान देशभक्त क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की मुखबिरी कर हत्या किसने करवाई है। कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत देते हुए कहा कि इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि कांग्रेस के बड़े नेताओं ने महात्मा गांधी के साथ कैसा व्यवहार किया। उनकी इच्छाओं को पूरा नहीं होने दिया। सुभाष चंद्र बोस के साथ कांग्रेस ने क्या किया। अगर पन्ने पलटने शुरू कर दें तो कांग्रेस के लोग मुंह दिखाने के लायक भी नहीं रहेंगे।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल भी संघ की देशभक्ति से प्रभावित थे और संघ की शाखाओं में भी गए थे। जब भारत पाकिस्तान का विभाजन हुआ,भारत चीन युद्ध,भारत पाक युद्ध हुआ उस दौर में भी संघ भारत के लोगों की सेवा के लिए,सैनिकों की मदद के लिए खड़ा रहा। आज भी देश पर कोई संकट आता है तो सबसे पहले आरएसएस के स्वयंसेवक मोर्चे पर खड़े दिखाई पड़ते हैं।
बृजमोहन ने कहा कि असल में कांग्रेस को आरएसएस फोबिया हो गया है। घबराकर अनर्गल बयानबाजी पर उतर आए हैं। उन्हें लड़ना है तो भाजपा से लड़े। देशहित में काम कर रहे सामाजिक संगठन आरएसएस पर टिप्पणी करके कांग्रेस देश के प्रति समर्पित होकर काम कर रहे लोगों का अपमान कर रही है।