लक्षेश्वर यादव/जांजगीर-चांपा: सक्ती जिले के जयपुर विकासखंड अंतर्गत पंचायत भातमाहुल में संचालित शैक्षणिक प्राथमिक शाला, पूर्व माध्यमिक ग्राम शाला और बालवाड़ी के बच्चों को गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल परिसर में हैंड पंप नहीं होने के कारण बच्चों को 500 मीटर दूर तक पानी पहुंचाया जाता है, जिससे उनकी सुरक्षा भी खतरे में है।

500 मीटर दूर से पानी लेकर आया मजबूर बच्चा
स्कूल परिसर में हैंड पंप न होने के कारण बच्चों को पानी के लिए मेन रोड पार कर दूर तक हैंड पंप लगाना पड़ा। कक्षा 8 के छात्र मुकेश साहू ने बताया कि स्कूल में न तो हैंड पंप है और न ही बोर की कोई सुविधा, जिससे बच्चों को पानी के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

पुराने जोड़ों के जोड़ों में आलू
स्कूल के प्रधान पाठक कृष्ण कुमार कश्यप ने बताया कि कैंपस में लगाए गए एसोसिएट पैनल द्वारा संचालित हैंड पंप लंबे समय से खराब है और अब वह जुगलबंदी में भुगतान कर चुका है। इस कारण बच्चों को मध्याह्न भोजन के बाद थाली धोने के लिए भी दूर स्थित हाथ के स्टैंड पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है, जिससे हमेशा खतरा बना रहता है।

पांच साल पहले हैंड पंप लॉन्च किए गए
जिला कलेक्टर अमृत विकास तोपनो ने मामले का रिकॉर्ड रखते हुए बताया कि पांच साल पहले स्कूल परिसर में दो बोरवेल खुदवाकर हाथ से पंप लगाए गए थे। हालांकि, सरपंच ने क्रीड़ा के समुद्र तट पर दूसरी जगह जगह बदल दी, जहां बच्चों को पानी के लिए भटकाना पड़ रहा है। रजिस्ट्रार ने जांच के आदेश दिए हैं और शिक्षा विभाग के डीईओ को नए हैंड पंप लगाने के निर्देश दिए हैं। यह समस्या बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर सीधा असर डाल रही है और प्रशासन ने जल्द ही इसका समाधान दिया है।

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