अनूप पासवान/कोरबाः- मैं तालाब हूं, मेरा अस्तित्व वर्षों पुराना है. पुराने जमाने में 12 महीनों तक पानी से लबालब भरा रहता था और चारों ओर हरियाली फैलाता था. वर्तमान में नई पीढ़ी द्वारा मुझे भुलाया जा रहा है, मेरा अस्तित्व खतरे में है. मानव द्वारा मेरे अंदर कचरा डालकर मुझे प्रदूषित […]
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