कमाल की मुस्कान! जगह नहीं थी तो तार पर किताब दाल की शुरू हुई लाइब्रेरी

भोपाल. ‘चोट आने दे दिखा देंगे’ ऐ आसमां, हम अभी से क्यूं कहें कि हमारे दिल में है’। बिस्मिल अज़ीमाबादी की यह शायरी राजधानी भोपाल की दुर्गा नगर बस्ती में…