know how to take care of vagina during pregnancy.-जानें प्रेगनेंसी के दौरान वेजाइनल केयर के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स।


प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं, जैसे कि ब्रेस्ट और पेट का बढ़ना, पैरों में सूजन आना, वजन बढ़ना आदि। लेकिन क्या आपको आसान है कि प्रेग्नेंसी की शुरुआत से ही आपकी वेजाइना में भी बदलाव होना शुरू हो जाता है। जी हां! प्रेगनेंसी में नाराजगी के बाद और नाराज होने का वक्त ही प्रेग्नेंसी सीक्वेंस के दौरान भी वैजाइना को कई बदलाव से फॉलो करता है। तो आज व्यू व्यू के साथ जानेंगे प्रेग्नेंसी में वेजाइनल हेल्थ में होने वाले बदलाव के बारे में, साथ ही समझेंगे कि इस दौरान अपनी वेजाइना का किस तरह से ध्यान रखना है।


इलेक्ट व्यू ने इस विषय पर मिले फ़र्टिलिटी और बर्थिंग हॉस्पिटल जेपी नगर बैंगलोर के ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेक संबद्ध डॉक्टर गायत्री बीएन से बातचीत की, वे प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले वेजाइनल बदलाव और देखभाल से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई हैं (गर्भावस्था में योनि की देखभाल)। तो आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

गर्भावस्था में पहले जानें योनि स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव

1. वैजाइनल व्यूह में वृद्धि होती है

बढ़ते वैजाइनल डिस्चार्ज प्रेगनेंसी के दौरान नजर आने वाले वैजाइनल बदलाव से सबसे आम बदलाव है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर में दरोगा और प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ जाता है। उसी के साथ शरीर में बढ़ता हुआ रक्त प्रवाह और रक्त प्रवाह वेजाइनल डिस्चार्ज का कारण बनता है।

एक अनुभवी विशेषज्ञ रोग से जन्म के समय योनि की देखभाल का तरीका। चित्र : एडॉबीस्टॉक

2. संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है

प्रेगनेंसी के दौरान यीस्ट, लाइव और अन्य सभी तरह के वैजाइनल इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है। चेंज हार्मोन वेगाइना के पीएच स्तर को असंतुलित कर देता है जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और आपकी योनि अधिक संवेदनशील हो जाती है।


3. वेजाइना में सूजन हो सकती है

मां की कोख में पल रहे बच्चे को सपोर्ट करने के लिए शरीर का ब्लड फ्लो बढ़ जाता है, जिसकी वजह से वेजाइनल ब्लड फ्लो में भी बदलाव आता है। इस बदलाव की वजह से आपको सूजन का सामना करना पड़ सकता है। वहीं बढ़ता हुआ ब्लड फ्लो आपकी लिबिडो को बढ़ा देता है जिसके कारण आपको अभिनय के साथ इंटिमेट होने का अधिक मन हो सकता है।

इसी प्रकार भिन्न-भिन्न परिवर्तनों की वजह से रक्त प्रवाह बढ़ रहा है और ऐसे में वैजाइना और लीबिया अधिक डार्क हो जाते हैं, हल्के नीले रंग के दिखाई दे सकते हैं।

4. वॉल्वर वेरिकोज वेन्स

गर्भावस्था के दौरान केवल आपके पैरों पर ही वेरिकोज वेन्स नजर नहीं आती बल्कि यह वल्वा और वेजिनल एरिया पर भी नजर आ सकती हैं। वॉल्वर वेरीकोज की वजह से वेजीना और वाल्वा पर प्रेशर, सूजन आदि जैसा अनुभव हो सकता है। इस स्थिति में कोल्ड कंप्रेस की मदद से आपको राहत मिलेगी। हालांकि, ज्यादातर लोगों में यह स्थिति नाराज होने के बाद स्वयं सामान्य हो जाती है।

क्या आप भी कन्फ्यूज हैं कि योनि को धोने के लिए किस तरह के पानी का इस्तमाल किया जाए?
इसकी विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। चित्र: अडोबी स्टॉक

5. योनि से खून बहना

पहली तिमाही के दौरान यदि आपको रक्तस्राव हो रहा है, तो यह बिल्कुल सामान्य है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस दौरान फर्टिलाइज्ड एज यूट्रस लाइनिंग में इमैप्लांट होते हैं। इसके साथ ही रक्त की मात्रा बढ़ने के कारण योनि से रक्तस्राव भी हो सकता है। यदि आपको अधिक दर्द और दबाव के साथ योनि से रक्तस्राव हो रहा है, तो यह गर्भपात हो सकता है। इस बारे में डॉक्टर से जितना जल्दी हो सके संपर्क करें।

यहां जानिए प्रेग्नेंसी के दौरान वेजाइनल कैर के कुछ जरूरी टिप्स

1. फाइनल ट्राइमेस्टर में जाँघिया का प्रयोग करें

जब आप अपनी गर्भावस्था के अंतिम महीनों में पहुंचती हैं, तो बच्चे के विकास के कारण आपका गर्भाशय बड़ा हो जाता है। इस स्थिति में यूरिन लीकेज होना सामान्य है। इस दौरान लिपस्टिक पोक की कोशिश करें, जिसे आप बिना चिपकाए महसूस करते हैं 2-3 घंटे में बदल सकते हैं।

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2. प्यूबिक बालों को ट्रिम करना जरूरी है

यह सलाह दी जाती है कि प्यूबिक बालों को हटाने के लिए वैक्सिंग या क्रीम की जगह इसे ट्रिम करें। गर्भावस्था में आपकी योनि अधिक संवेदनशील होती है, ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए किसी भी प्रकार का जोखिम लेना आपके लिए उचित नहीं है। टोमिंग मेथड हेयर रिमूव करने का एक सबसे अच्छा तरीका है। इससे न तो आपको इचिंग होती है न ही किसी प्रकार के संक्रमण का खतरा होता है। ट्रिम करने के लिए दिखने वाले उपकरणों की सफाई का ध्यान रखें।

3. शापवीर न मान

गर्भावस्था के दौरान शेपवियर पहनना बिल्कुल भी उचित नहीं है। इससे यूट्रस और ब्लैडर पर अनावश्यक दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से नर्व पर भी दबाव बनता है। वहीं ऐसे में आपको बार बार पूर्वाश्रम जाने की आवश्यकता हो सकती है। यदि आप इसे महसूस कर रही हैं, तो आपको पेल्विक और रीढ़ की हड्डियों के दर्द से परेशानी हो सकती है।

गर्भावस्था में आपको कई तरह के संक्रमण का सामना करना पड़ सकता है
गर्भावस्था में खुद का रखें खास ख्याल। चित्र: एक्सपोजर

4. अपनी योनि को साफ करें और सुखाएं

डॉक्टर के अनुसार वैजाइना एक स्वयं सफाई संगठन है इसलिए आपको इस तरह के उत्पादों का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है। यह पुराना पानी से काफी अधिक होगा। आप वैसे भी हाइजीन उत्पादों का उपयोग करते हैं जो अधिकृत रूप से बताए गए हैं। आपका कोई भी ओटीसी लैक्टिक एसिड वाश न संबंध है क्योंकि यह आपकी प्रेरणा का कारण बन सकता है।

अपनी वेजाइना और आसपास के एरिया को साफ करने के बाद इसे अच्छी तरह से सुखाना न लें। इसके लिए कॉटन क्लीन क्लींजिंग का इस्तेमाल करें। प्रेगनेंसी के दौरान नियमित रूप से पेशाब करने के बाद आपकी योनि को निश्चित रूप से सूख जाता है क्योंकि विषैलापन और बैक्टीरिया का विकास हो सकता है।


5. टाइट कपड़े पहनने से बचें

आप टाईट बॉडीकॉन स्कर्ट या मॉम स्माइल में अपने बेबी बंप को फ्लॉन्ट करने की इच्छा रख सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि लंबे समय तक टाइट कपड़े पहनने से आपकी योनि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। टाइट कपड़े और लेसी कपड़े वेजाइनल स्किन पर जलन पैदा कर सकते हैं। इससे वुल्वोवाजाइनल संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है और यह एक दुखद स्थिति हो सकती है, जिसे वुल्वोडनिया कहा जाता है।

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