गौरेला-पेंड्रा-मरवाही26 मिनट पहले
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पेंड्रा में भर्ती प्रक्रिया में लापरवाही से युवाओं में नाराजगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा पर गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में 3 महीने पहले निविदा निकाली गई थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण अब तक इसकी प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। बैगा जनजाति के लोग खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।जिला प्रशासन के दर पर अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं।
आदिवासी विकास विभाग द्वारा विशेष पिछडी जनजाति की सीधी भर्ती के लिए सहायक शिक्षक (टी. संवर्ग) के 61 पद एवं भृत्य के 12 पदों पर सीधी भर्ती विज्ञापन जारी किया गया था, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की निरंकुशता के चलते इस और ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल
भर्ती प्रक्रिया के अब तक पूरे नही होने को लेकर आदिवासी विकास विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहा है कि आखिर किस वजह से भर्ती प्रक्रिया को अब तक रोका गया है।
जिला प्रशासन से कई बार लगाई गुहार
मामले में बैगा जनजाति वर्ग के बेरोजगार युवाओं ने जिला प्रशासन को कई बार ज्ञापन के माध्यम से ध्यानाकर्षण भी कराया गया है। इसके बावजूद अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई देखने को नहीं मिली है।
भर्ती के लिए युवाओं ने अधिकारियों से लगाई गुहार।
10 दिन में भर्ती प्रक्रिया की कार्रवाई पूरी की जाएगी
सहायक आयुक्त ललित शुक्ला का कहना है कि आने वाले 8 से 10 दिन में भर्ती प्रक्रिया की कार्रवाई पूरी की जाएगी। संबंधित विभाग को इस पर आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया जाएगा।
बैगा जनजाति के युवा अधिकारियों पर लगा रहे लापरवाही के आरोप।
भर्ती प्रक्रिया को लेकर संशय की स्थिति
अब जब प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और अक्टूबर माह के किसी दिन आचार संहिता लागू हो सकती है। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया को लेकर संशय की स्थिति बनी है।