Chhattisgarh Assembly Election 2023: ओम प्रकाश माथुर बने छत्तीसगढ़ के चुनाव प्रभारी, मंत्री मनसुख मंडाविया सह प्रभारी


रायपुर. छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से चुनाव प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश मथुरा को छत्तीसगढ़ प्रदेश चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया है। वहीं केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख माड़विया को चुनाव का सारा प्रभारी बनाया गया है. अब दोनों के नेता छत्तीसगढ़ में होने वाले चुनाव में अहम जिम्मेदारी संभालेंगे। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जापान के दिग्गज नेताओं ने छत्तीसगढ़ समेत राजस्थान, मध्य प्रदेश और तेलंगना में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी की है।

बता दें कि छत्तीसगढ़ में साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने राष्ट्रीय नेतृत्व में भारी बढ़त हासिल की थी. पार्टी ने छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी को पद से हटा दिया है. अब उनकी जगह ओम मथुरा को प्रदेश भाजपा का नया प्रभारी बनाया गया है। यूपी विधानसभा चुनाव में भी ओम मथुरा की अहम भूमिका रही थी।

मोदी ने अर्थशास्त्र पर आधारित अर्थशास्त्र तैयार किया

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी रायपुर क्षेत्र। यहां उन्होंने दावा करते हुए जोर शोर से अमूर्त रचना की। पीएम मोदी ने कहा, ”गंगा जी की चिल्लाहट किसानों का पाप कांग्रेस ही कर सकती है.” गंगा जी के नारे का एक घोषणा पत्र जारी किया गया था कि 10 दिन में ये कर देंगे, वो कर देंगे, लेकिन आज घोषणा पत्र की याद दिलाते ही उनकी याददाश्त चली गयी है। एक वादा याद है कि राज्य में शराबबंदी लागू होगी। अब 5 साल हो गए. सच तो यह है कि कांग्रेस ने यहां हजारों करोड़ रुपये की शराब की तस्करी जरूर की है।’

भाजपा ने जारी की चुनावी पदाधिकारियों की सूची।

पीएम मोदी ने कहा, ‘छत्तीसगढ़ के विकास के बीच एक बड़ा वादा खड़ा हो गया है. इस उद्यम ने तय कर लिया है कि लूट-लूट इस राज्य को बर्बाद कर देगा। कांग्रेस ने यहां की महंगाई, महंगाई से धोखा खाया है। छत्तीसगढ़ से धोखा दिया है. कमाए गए कमीशन के पैसे के कांग्रेस के खाते में जाओ थे.
आरोप यह भी है कि शराब के धंधेबाज के समान मारा-मारी में फ़ोर्स साल वाला सीएम फ़ॉर्मूला लागू नहीं हो पाया। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए एक एटीएम की तरह है। अब पता चला कि हाल ही में कांग्रेस के चुनाव में यहां के नेताओं के हाथ में दारोमदार क्यों देते थे।’



Source link