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छत्तीसगढ़ विधानसभा, रायपुर
– फोटो : बातचीत समाचार एजेंसी
विस्तार
चुनावी साल के बीच इस बार छत्तीसगढ़ में विधानसभा का सत्र होगा। 18 से 21 जुलाई के बीच विधानसभा का सत्र आयोजित किया जाएगा। विधानसभा की ओर से तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। उसी समय राज्यपाल हरिचंदन विश्वभूषण ने भी मौज दे दी है। इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में ये विधानसभा सत्र बेहद खास माना जा रहा है। 5वीं विधानसभा का ये 17वां सत्र होगा। चर्चा है कि विधानसभा का ये बिदाई सत्र भी होगा।
चुनाव से पहले होने जा रहे इस सत्र में राज्य सरकार बजट पेश कर सकती है। इसमें चुनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ अहम घोषणाओं की भी रूपरेखा। इस दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले और पितामह का सम्मान भी किया जाएगा। चार दिनों तक चलने वाले इस सत्र में पक्ष और विपक्ष एक दूसरे को कटघरे में खड़ा करेंगे। इस दौरान सत्तापक्ष और निर्णय के बीच तीखी नोक-झोंक भी देखने को मिलती है। इसे लेकर बीजेपी वाले ने अभी से अपनी तैयारी शुरू कर दी है। वह शराबबंदी, किसानों के कर्ज का घोटाला, घोटाला घोटाला, शराब घोटाला, ईडी, कानून व्यवस्था आदि मुद्दों को लेकर राज्य सरकार को गिनेंगे।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल की मांग- ’10 दिन का हो सत्र’
दूसरी ओर कांग्रेस की इस सरकार में सत्र में कुछ गड़बड़ियां हो सकती हैं। दूसरी ओर विधानसभा सत्र की तारीखों का ऐलान होने के बाद बीजेपी का भी रूख सामने आया है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का कहना है कि इस बार कम से कम 10 दिन का सत्र होना चाहिए, ताकि सभी विधाय अपने क्षेत्रों के मुद्दों को प्रमुखता के साथ उठा सकें। उन्हें भरपूर मौका मिल सके। कहा कि कांग्रेस की सरकार पूरे कार्यकाल में कोई भी निर्धारित समय तक नहीं चल पाई।