अनूप पासवान/कोरियाः छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में भालू के दो नवजात बच्चे मिले हैं. इनमें से एक शावक सफ़ेद रंग का है. सफेद शावक मिलने से क्षेत्रवासी हैरान हैं. ग्रामीणों को दोनों शावक जंगल में मिले, बहुत छोटे होने के कारण ग्रामीणों उन्हें उनको गोद में उठाकर गांव आए.सफेद भालू को देखने के लिए पूरा गांव इकट्ठा हो गया. वहीं इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई तब वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी गांव में पहुंचे और शावकों को अपने कब्जे में ले लिया है.
छत्तीसगढ़ में पहले भी यदाकदा सफेद भालू देखे गए हैं. वन विभाग द्वारा दोनों शावकों को विशेष निगरानी में रखा गया है. डिप्टी रेंजर एसडी सिंह ने बताया कि, फिलहाल दोनों शावकों को रायपुर भेज दिया गया है. रायपुर स्थित जंगल सफारी में मे दोनों नये मेहमानों को रखा गया है. दरअसल, कोरिया वनमंडल में मादा से बिछड़े दोनों शावकों को वनकर्मियों की टीम ने बेहतर देखभाल के लिए जंगल सफारी में लाकर छोड़ा है. भालू के शावक पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं. उनका वजन चार पाउंड से ज्यादा है. भालू के शावकों की उम्र एक माह के करीब है शावकों को डाइट के रूप में बकरी का दूध दिया जा रहा है.
इसलिए होते हैं सफ़ेद
वैसे तो सफेद भालू ध्रुवीय प्रदेशों में रहते हैं. भारत के जंगलों में ज्यादातर काले भालू ही पाए जाते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में दिखाई देने वाले सफ़ेद भालुओं को एलबिनो कहा जाता है. दरअसल, ऐल्बिनिज़म ऐसी कोशिकाओं के कारण सफ़ेद हो जाते हैं, जो मेलेनिन का उत्पादन नहीं कर पातीं हैं. इस वजह से उनकी त्वचा, आंखों और बालों का रंग सफेद हो जाता है.जब तक भालू के शरीर में ऐल्बिनिज़म मौजूद रहता है, वह सफेद या गुलाबी दिखाई दे सकता है.
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Tags: Korba news, Local18
FIRST PUBLISHED : December 31, 2023, 19:25 IST
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