Balrampur News: खुदाई के दौरान मिले हजारों साल पुराना हनुमानजी का गदा और शिवलिंग के अवशेष


रिपोर्ट : रामकुमार नायक

बलरामपुर। छत्तीसगढ़ में कई सारी पुरातनतात्तिक स्थल हैं। बलरामपुर जिला कला उन प्रमुख स्थानों में से एक है। दीपडीह प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के आसपास के क्षेत्र में आठवीं शताब्दी से लेकर सौवीं शताब्दी के पुरातात्विक स्थल मिले हैं। इस बार बलरामपुर जिले के अम्दंडा गांव के प्राचीन चंडीमाता बांध में खुदाई के दौरान प्राचीन मंदिर की स्थितियाँ मिली हैं। साथ ही हनुमान जी का गदा, शिवलिंग की भौतिकताएं भी मिलीं। इसके बाद इस क्षेत्र में यह मामला कौतूहल का विषय बन गया। जानकारी ही मिलते हैं स्थानीय लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है।

पुराणत्त्विक मसलों के बारे में जानकारी अविनाश सिंह के अनुसार, यह प्राचीन तथ्य 12वीं से 14वीं शताब्दी के बीच है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर जिले के दीपडीह, बाबा बच्छराज कुंवर धाम और अन्य स्थानों पर भी 12वीं से 14वीं शताब्दी के दौरान प्राचीन स्थल पाए गए हैं और यह भी उसी समय की बातें हैं।

पूर्वज करते थे पूजा-पाठ

स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि इस स्थान पर उनकी पूर्व पूजा-अर्चना करते थे। यहां पूजा करने के सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस धाम पर चबूतरा का निर्माण किया गया था, जिसके लिए गड्ढों की खुदाई का कार्य गांव के लोगों द्वारा किया जा रहा था। खुदाई के दौरान हनुमान जी के गदा में शिवलिंग सहित प्राचीन मंदिर की कई चीजें मिली हैं, जिनमें से लोग और उत्साह उमंग चरम पर हैं।

पहले मील हैं कई बातें

बता दें बलरामपुर जिले का डीपाडीह प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यहां मिले उरांव टोला शिव मंदिर, सावंत सरना प्रवेश द्वार, महिषासुर मर्दिनी की विशिष्ट मूर्ति, पंचायत शैली की शिव मंदिर, लक्ष्मी की मूर्ति, उमा महेश्वर की आलिंगनरत मूर्ति, भगवान विष्णु, कुबेर, कार्तिकेय की कलात्मक शिल्प देखने दूर-दूर से लोग यहां आ रहे हैं।

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