छतरपुर. जिले के लवकुश नगर में एक सरकारी ऐसा स्कूल भी है जहां हर साल टॉपर फेल होते हैं। कक्षा 6वीं से 12वीं तक की पढ़ाई करने वाली यहां पढ़ें। हर साल की तरह इस बार भी 10वीं और 12वीं बोर्ड के साथ 10वीं और 12वीं बोर्ड में पढ़ाई हुई है। इस साल 100 बेटियों को 25 हजार रुपए की राशि दी गई है। स्कूल में कैसी होती है पढ़ाई, कैसे बनें टॉपर, जानें स्कूल कार्यशाला से…

इस विद्यालय में लगभग 1100 विद्यार्थी पढ़ते हैं। इस साल 290 में छात्रा ने कक्षा 12वीं बोर्ड की परीक्षा दी थी। जिसमें 100 अभिनेत्रियों का रिजल्ट 75 प्रतिशत से ज्यादा रहा है। इस साल भी पिछले साल की तरह इन सभी लड़कियों को 25 हजार रुपये का विवरण मिलेगा। ऑर्डर भी आ गया है.

94 प्रतिशत से बनी स्कूल टॉपर
कर्मशाला के अध्यापक हैं कि इस वर्ष कक्षा 12वीं में बायो रिलेशन की देवहुति पाठक का रिजल्ट 94 प्रतिशत से भी अधिक आ रहा है। पिछले वर्ष संविधान क्रांति के संस्थापक गुप्ता ने स्कूल में टॉप किया था। पिछले साल तो स्कूल टॉपर को 25 हजार रुपये के साथ ही स्कैच भी दी गई थी। हालांकी इस साल अभी तक स्केच का ऑर्डर नहीं आया है। जिन 100 अभिनेत्रियों को 25 हजार रुपए की राशि दी गई है। मैथ्स, बायो और आर्ट रिप्लेसमेंट से ये सभी शर्ते हैं।

एक्स्ट्रा क्लास भी चलती है
वर्कशॉप में यहां एक्स्ट्रा क्लासेज भी दी जाती हैं। स्कूल में क्लासरूम का समय सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक रहता है। मद्रास की एक्स्ट्रा ड्रेस सुबह साढ़े दस बजे से रात 11 बजे तक वहीं शाम को 4 बजे से साढ़े चार बजे तक रहती है। बच्चों के लिए अतिरिक्त सूटकेस जो सूखे होते हैं। 9वीं और 10वीं के बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

कोचिंग पर ऑफर नहीं
फैक्ट्री हरीचरण के कर्मचारी कहते हैं कि स्कूल में ऐसी पढ़ाई का माहौल बना दिया गया है कि ज्यादातर बच्चों की स्कूल की पढ़ाई पर ही प्रतिबंध लगा दिया गया है। कुछ ही बच्चे होते हैं जो कोचिंग करते हैं। यहां पढ़ाई के साथ-साथ गर्लफ्रेंड की सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। स्कूल के गेट पर दो लोग एक साथ ही रहते हैं और बिना पूछताछ के किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं दिया जाता है।
संपादन- आनंद पांडे

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