बिलासपुर. बिलासपुर नगर निगम के मंगला क्षेत्र के वार्ड नंबर 13 और वार्ड नंबर 14 में खेल मैदान की भारी कमी है। इस क्षेत्र में रहने वाले बच्चों के पास विकलांगता और शारीरिक विकलांगता के लिए कोई जगह नहीं है। इस दृश्य की चिंता बढ़ गई है। मंगला क्षेत्र में लगभग 15 विद्यालय संचालित हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित आमानंद उच्च माध्यमिक विद्यालय भी शामिल है। बच्चों के बेहतर भविष्य और चारित्रिक विकास के लिए शौचालय की आवश्यकता है लेकिन दोनों वार्डों में मनोरंजन के लिए कोई स्थान उपलब्ध नहीं है।
प्रार्थना से निवेदन, लेकिन समाधान नहीं
मंगला क्षेत्र के प्रमुख ने कई बार आदिवासियों और नगर निगम के उद्यमों से खेल मैदान की मांग की है। उन्हें मूल्यवान राक्षसी पासपोर्ट ही मिलाता है। नगर निगम के अधिकारियों ने इस संदर्भ में संरागी जोन के प्रभारी को निर्देश दिया कि बजरंग मंदिर के सामने लोकंडी रोड, चित्रमाता में स्थित जलाशय भूमि खसरा क्रमांक 628, 629 एवं 631 को खेल मैदान के रूप में विकसित किया जाए।
अधूरा कार्य पुनः आरंभ और कब्ज़ा करने की समस्या
कुछ समय के लिए निर्देश बैठक के बाद समरूपता का कार्य शुरू हुआ लेकिन विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया का यह काम अधूरा रह गया। चुनाव के बाद फिर से यह काम शुरू हुआ, लेकिन आज तक यह पूरा नहीं हो सका। इस कारण से आसपास के लोग उस भूमि पर अवैध कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।
खेल मैदान की मांग फिर से तेज
स्थानीय नागरिक और अभिभावक अब फिर से अपनी मांग को लेकर आवाज उठा रहे हैं। उनका कहना है कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए खेल के मैदान की जरूरत को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। नगर निगम को इस समस्या का स्थायी समाधान करने के लिए तत्परता से कार्य करना चाहिए ताकि बच्चों को स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण में खेलने का अवसर मिल सके। स्थानीय लोगों ने रजिस्ट्रीकृत को-आवेदन कचरा डंपिंग की जगह पर खेल के मैदान बनाने की मांग की है। केस को लेकर अलॉटमेंट उन्हें पासपोर्ट मिला हुआ है।
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पहले प्रकाशित : 21 नवंबर, 2024, 23:55 IST