भोपाल: कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी के विमान में 18 जुलाई 2023 को लॉन्च हुए लैंडिंग से जुड़े एक लैपटॉप वाली रिपोर्ट और जांच रिपोर्ट का खुलासा हुआ है। न्युज 18 को 19 डिसएब्यूज की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट हाथ लग गई है, जिसमें ये बड़ा खुलासा हुआ है कि एयरक्राफ्ट के न्यू आर्टिस्ट वॉल्व में टेक्निकल गड़बड़ी थी और वॉल्व पहले भी पांच बार खराब हो चुका था, बावजूद इसके उसे बार-बार रिपेयर करना पड़ा। विमान में लगा दिया गया था. डीजीसीए ने जारी की जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है।

5 बार ख़राब के बावजूद वाल्व नहीं बदला गया
रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु से दिल्ली जा रहे विमान में यह खराब वॉल्व मौजूद था, जिसे फ्लाइट अप्रूवल के बाद फिर से रिपेयर किया गया था। यह वॉल्व विमान के एयर उपकरणों को नियंत्रित करता है और यदि यह खराब हो जाता है तो विमान में ऑक्सीजन उपकरणों की सुविधा होती है, जिससे यात्रियों को इसका सामना करना मुश्किल हो जाता है।

राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ कई अन्य क्रूबर भी उस समय विमान में सवार थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विमान ने बेंगलुरु से भोपाल तक की उड़ान भरी थी, जब इस वॉल्व में उड़ान का नजारा देखने को मिला। एयर मेटल घटने से ऑक्सीजन मास्क बनाए गए थे.

भोपाल में नवीनीकृत लैंडिंग हुई थी
तकनीकी व्यवसाय के कारण विमान को भोपाल में अनावृत उड़ान स्थल पर ले जाया गया। विमान के पायलट ने पहले नागपुर हवाईअड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन मौसम खराब होने के कारण नागपुर में उतरना संभव नहीं हो पाया। इसके बाद पायलट ने भोपाल में उतरने का फैसला लिया।

ऐसा होता है न्यू ऑर्केस्ट्रा वॉल्व का रोल
एयरक्राफ्ट में इस्तेमाल किया जाने वाला न्यू पोटैशियम वॉल्व एयर होल्डिंग को नियंत्रित करने के लिए एक अहम तकनीकी हिस्सा होता है। जब वाल्व ठीक से काम नहीं करता है, तो विमान के अंदर का दबाव घटने लगता है, जिससे यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क का उपयोग करना पड़ता है। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि इस वॉल्व की मरम्मत की गई थी और वह विमान में ठीक से फिट नहीं था, लेकिन फिर भी उसे विमान में डाल दिया गया।

ब्लैक बॉक्स की बातचीत
न्यूज़18 के पास ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग भी मौजूद है, जिसमें एयरक्राफ्ट के कैप्टन और फ़र्स्ट ऑफ़ फ़्लिसर के बीच टेक्निकल सामियाम को लेकर बातचीत की गई थी। इस बातचीत से यह खुलासा हुआ कि पायलट और एयर कंपनी कंट्रोल (एटीसी) के बीच विमान के लॉन्च को लेकर कई बार कॉन लॉन्च हुआ।

डीजीसीए की जांच रिपोर्ट
इस मामले में डीजीसीए (DGCA) की ओर से पूरी जांच रिपोर्ट पेश की गई है और उसके मुताबिक, एयरलाइंस और एयरक्राफ्ट के कोचिंग में भारी विविधता वाले शेयरों की रिपोर्ट दी गई थी। विमान सेवा विभाग के विशेषज्ञ के अनुसार, अगर वॉल्व के सही समय पर कर्मचारी तैनात किए गए, तो वह ऐसी स्थिति से बच सकता था।

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