खंडवा. बिहार के यूनिवर्सिटियों की यात्रा पर निकलते हैं। बिहार के मनीष कुमार व अक्षत सिंह 5 हजार किमी का पोर्टफोलियो है। वे पूरे ऑर्थोपेडिक के मसाले और संस्कृति से जुड़ी चीजें देखने को मिलती हैं। 2 युवा 9 महीने से पैदल चल रहे हैं। आगे 1 साल की यात्रा और यात्रा है जिसमें भी पैदल यात्रा पूरी करेंगे। इतना ही नहीं ये साथ में अपना 30 बच्चों का बैग लेकर भी चल रहा है. उस बैग पर भारत का ध्वज भी लगा हुआ है.
मनीष कुमार ने बताया कि हम चार धाम से निकलते हैं। 12 ज्योतिर्लिंग भगवान के दर्शन के लिए अभी हम खंडवा जिले में आये हैं। खंडवा के निकटतम जो तीर्थ स्थल ओंकारेश्वर है वहां भगवान ओंकारेश्वर जी के दर्शन होंगे। यह लंबी यात्रा तय करने का सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि हम सनातनी हैं। 9 महीने में अभी तक करीब 5,000 किलोमीटर का सफर हो चुका है। अभी वे राम मंदिर जाएंगे और स्टेट में भी ज्योतिषी उनके दर्शन करेंगे।
खंडवा में हुआ भव्य स्वागत वे यह यात्रा तिरंगे झंडों के साथ करते हैं। इनमें खंडवावासियों का भी भव्य स्वागत किया गया। इसका खर्चा कई संस्थाएं उठा रही हैं। इन बैग पर फोनपे का स्टिकर लगा है। जहां कहीं भी दानदाता अन्यथा देश भर से दान दे रहे हैं। इनका मकसद युवाओं को देश से जोड़ना और अपने सनातन धर्म की ओर भी आकर्षित करना है। जिससे हर युवा अपने देश के खड़ियालों को पहचाने और उसे आगे बचाए। भारत देश में कई अनोखे मसाले हैं, जिन्हें देखने के लिए दूसरे देशों से भी लोग आते हैं। भारत देश घूमने जाइये. इन त्रिमूर्ति का रात्रि विश्राम ओंकारेश्वर में ही होगा साथ में यह नामला का जल लेकर मज़हबेश्वर ज्योतिर्लिंग की ओर आगे बढ़ेगा।
पहले प्रकाशित : 8 नवंबर, 2024, 14:59 IST