कोरबा: दर्री रोड के पास एक ट्रैक्टर दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन लोग नहर के तेज बहाव में बह गए। हादसे में मां की मौत हो गयी, जबकि दो बच्चे अभी भी लापता हैं. जानकारी के अनुसार, जर्नलिस्ट भट्टा के निवासी सागर मानिकपुरी अपनी 14 साल की बेटी सिमरन और 8 साल के बेटे के प्रतीक के साथ छात्रावास के लिए घर के पास की नहर में गए थे। इस दौरान बच्चों के पानी में बह जाने पर सुमित्रा ने उन्हें डूबने के लिए मजबूर कर दिया।

बच्चों को बचाने की कोशिश में मां की मौत, सामान ने दी पुलिस को सूचना
घटना के दौरान, शोर-शराबे की चीख-पुकार से दुखी होकर नहर के पास दो टुकड़े हो गए, अरविंद कुमार और उनके एक दोस्त ने बहादुरी से शो करते हुए तुरंत नहर से बाहर निकल गए, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो गई थी। मौक़े पर भीड़ जमा हो गई और इसकी सूचना पर 112 और 108 एंबेसडर मारे गए।

अस्थायित्वों की टीम बच्चों की खोज में अध्यापन
सूचना जारी करने के बाद सीएसईबी के अध्यक्ष ने अपनी टीम के साथ क्षेत्र और पूरी जानकारी लेने के लिए नगर सेना की संयुक्त टीम को बुलाया। इंग्लैंड की टीम बच्चों की तलाश कर रही है। पुलिस ने आसपास के सीलिंग और सीलिंग विभाग को भी सूचित किया कि पानी का बहाव कम करने की पेशकश की गई है ताकि खोज कार्य में मदद मिल सके।

हादसे की खबर हैरान कर देने वाली अफवाह का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे की खबर सामने आई ही थी कि समशीया के रेस्टॉरेंट और अन्य स्थिरताएं भी पहुंच गईं। इस एल्बम की घटना से रो-रोकर बुरा हाल है। प्रशासन एवं बचाव दल बच्चों को बहाल करने के लिए सभी आवश्यक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन नहर में पानी का तेज बहाव बचाव कार्य असंवैधानिक बन रहा है।

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