जांजगीर-चांपा: जिलों में राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवैसी अनिवार्य कर दी गई है। अक्टूबर माह से बिना ई-केवैसी वाले राशन कार्ड धारकों को राशन मिलना मुश्किल हो सकता है। इस समय जिले में 3 लाख 18 हजार से अधिक राशन कार्ड बने हुए हैं, जिनमें से 14 हजार से अधिक का राशन कार्ड नहीं है, और करीब 2 लाख से अधिक लोगों का ई-केवैसी अधूरा है। सहायक खाद्य अधिकारी वर्षा लीडरम ने सुझाव दिया है कि सभी हितग्राही अपने क्रेडिट कार्ड विक्रेता ई-केवैसी पर पूरी तरह से कर सकते हैं, जिससे वे राशन सुविधा से संकट में न रह सकें।
31 अक्टूबर तक राशन कार्ड मीन्स और ई-केवैसी की अंतिम तिथि
सहायक जिला खाद्य अधिकारी वर्षा नेता ने बताया कि 3 लाख 18 हजार राशन कार्डों में से 3 लाख 4 हजार कार्डों का भुगतान हो चुका है, लेकिन लगभग 14 हजार कार्डों का भुगतान अभी भी बाकी है। उन्होंने अपील की है कि जिन लोगों ने अभी तक अपना मिनट नहीं लिखा है, वे 31 अक्टूबर की अंतिम तिथि से पहले इसे पूरा कर लें। जिले में अब तक 85 प्रतिशत सदस्यों का ई-केवैसी पूरा भुगतान हो चुका है।
ई-केवैसी के बिना राशन मीटिंग में होगी कमी
जिले में 11 लाख 14 हजार 250 सदस्यों से 9 लाख 58 हजार सदस्यों का ई-केवैसी भुगतान हो चुका है। वर्षा नेताओं ने बताया कि जो सदस्य अभी भी ई-केवैसी से शुरू हुए हैं, उन्हें राशन आपूर्ति में समस्या हो सकती है। उन्होंने सभी ईसाइयों से अपील की है कि वे अपने किराने की दुकान में ई-केवैसी करवाएं ताकि राशन सुविधा में कोई बाधा न आए।
पहले प्रकाशित : 29 अक्टूबर, 2024, 18:22 IST