सीहोर. मध्य प्रदेश की बुधनी विधानसभा सीट पर बहुत ही दिलचस्प बात सामने आई है। भाजपा और कांग्रेस वोटरों को साधने की लगातार कोशिश कर रही हैं। इस बीच सीहोर जिले की इस सीट पर नामांकन भरने वाले 25 नामांकन पत्र भरने वाले 30 नामांकन पत्र भरने वाले हैं। इनमें से 3 नामांकित पत्र पेटेंट हो गए। नामांकित नामांकित व्यक्ति शामिल हैं, उनमें आम आदमी पार्टी के दावेदार योगेश कुमार साहू भी शामिल हैं। नामकरण के बाद 23 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। ये परेशानी 30 अक्टूबर तक नाम वापस ले सकते हैं। का समय है.

इसके बाद बुधनी और विजयपुर की दोनों विधानसभाओं की स्थिति साफ हो गई। बुधनी विधानसभा सीट पर जिन नामांकितों के नाम शामिल हैं उनमें आप के योगा कुमार साहू, राष्ट्रीय जन आवाज पार्टी के दिनेश कुमार जैन, अजय सिंह के नाम शामिल हैं। अजय सिंह का दूसरा फॉर्म पाया गया। 13 नवंबर को विजयपुर और बुधनी विधानसभा क्षेत्र में ज्वालामुखी की वोटिंग होगी। इन पोर्टफोलियो का परिणाम 23 नवंबर को जारी होगा। विजयपुर सीट पर बीजेपी के राम निवास रावत का मुकाबला मुकेश मल्होत्रा ​​से होगा।

किस-किस के बीच मुकाबला
बुधनी में भाजपा के सहयोगी रमाकांत भार्गव का मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व मंत्री प्रिंस पटेल से होगा। बुधनी सीट से ही समाजवादी पार्टी ने पूर्व कांग्रेसी नेता अर्जुन आर्य को भी मैदान में उतारा है। साइंटिस्ट है कि, बुधनी में बीजेपी के पूर्व नेता राजेंद्र राजपूत के वकील ने बागावत के सुर स्थापित कर दिए हैं। उन्होंने यहां से बिजनेस एसोसिएट रमाकांत भागवत के टिकट भंडार रेजिडेंट को देने की बात कही है। उन्होंने बिना कुछ कहे पार्टी को संकेत दे दिया है कि अगर उनकी भावनाओं का सम्मान नहीं किया गया तो पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है। हालाँकि, खुद राजेंद्र ने कहा है कि अगर पार्टी टिकट बिजी तो वे चुनावी लड़ाई लड़ेंगे, न कि बिजी तो लुभावने के लिए प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी एसोसिएशन के शोरूम हाईकमान को जैनी तक पहुंचाया जाना चाहिए।

कांग्रेस के वोट बैंक में सेंड
दूसरी ओर, बुधनी में ही कांग्रेस से बगावत कर समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले अर्जुन आर्य ने भी मैदान में ताल ठोंक दी है। उन्होंने 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल किया। आर्य के मैदान में उतरने से अब यह इंटरमीडिएट बैटल त्रिकोणीय हो गया है। भाजपा और कांग्रेस के वोट बैंक में संदेश लगाएंगे। विद्वान हैं कि, अर्जुन आर्य कांग्रेस प्रदेश सचिव पद पर रह चुके हैं। कांग्रेस ने जब उन्हें टिकट नहीं दिया तो उन्होंने पद से छुट्टी दे दी थी। इसके बाद वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये। उनमें शामिल होने के लिए ही पार्टी ने उन्हें बुधनी विधानसभा क्षेत्र के टिकट भी दिए।

टैग: विधानसभा उपचुनाव, एमपी न्यूज़, सीहोर खबर

Source link