राजानंदगांव पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फिल्मी स्टाइल के मामले में रेलवे स्टेशन का भंडाफोड़ किया है। एक टाटा कंपनी के वाहन के ट्रॉली के नीचे बने ट्रस्ट चैंबर में डूबकर परिवहन कर रहे थे। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी कर इस गिरोह को नाकाम कर दिया और पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

मुखबिर की सूचना घेराबंदी पर, 65 किल्का बरामद
घुमका थाना क्षेत्र के मोनहदी गांव के पास पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए एक ठेठ वाहन को छोड़ा। जब पुलिस ने गाड़ियों की स्केच ली, तो ट्रॉली के नीचे बने ट्रस्ट चैंबर से 64 किलोमीटर की दूरी पर छुपेकर रखे गए करीब 65.565 किमी का क्रीक रिकवर हुआ, कीमत करीब 9 लाख 83 हजार रुपये बताई जा रही है।

छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के माफिया गिरफ्तार
पुलिस ने वाहन में सवार दो चार लोगों धनराज पटेल और बेदा बेरो को मोके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि वे छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश तक के कालाहांडी से लेकर छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश तक नोटबंदी कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने अन्य तीन आरोपियों अनिल सोनी (कालाहांडी, उड़ीसा), गोविंद आदिया (भिलाई, छत्तीसगढ़) और आकाश यादव (जबलपुर, मध्य प्रदेश) को भी गिरफ्तार कर लिया।

फिल्मी अंदाज में की जा रही थी कहानियां
बुज़ुर्ग गांजे की विशेषता अत्यंत योजनाबद्ध तरीकों से कर रहे थे। उन्होंने गाड़ियों में एक खास चेंबर बचे गांजे को सूर्योदय का रास्ता बताया था। पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर वाहनों की जांच की और पूरे गिरोह का खुलासा किया।

साइबर सेल एवं घुमंतू थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
साइबर सेल एवं संग्रहालय थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस ने बताया कि यह नेटवर्क नेटवर्क उड़ीसा से लेकर मध्य प्रदेश तक फैला हुआ था। पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।

राजनांदगांव पुलिस की इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। 65 बच्चों से अधिक को बरामद कर पुलिस ने स्टेशनों के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।

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