दीवाली का त्यौहार आने पर ही रीवा जिले में पटाखा की सक्रियता बढ़ी है। इस बार डॉक्टर टैलेंट पाल ने आतिशबाजी की बिक्री को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। रजिस्ट्रार ने निर्देश दिया है कि आतिशबाजी की बिक्री के लिए केवल एक ही बाजार होगा, जिससे असामाजिक मूल्यों और सिद्धांतों को खरीदा जा सके।

दस्तावेज़ के लिए लाइसेंस लाइसेंस प्रक्रिया
जिले में पुरातात्विक लाइसेंस की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 24 अक्टूबर तक एमपी ई-सर्विस पोर्टल के माध्यम से लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन करना आवश्यक है। कलेक्टर ने बताया कि 27 अक्टूबर को पटाखा गोदामों का शोरूम लॉटरी के माध्यम से चलाया जाएगा। इस प्रक्रिया में सभी उपकरणों को लाभ का मौका मिलेगा।

सुरक्षा मानकों का पालन
रजिस्ट्रार ने स्पष्ट किया है कि पटाखा बिक्री स्थलों पर सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा। अस्सिटेंट को अपने गोदामों के पास टीन शेड, एक ट्रेलर मशीनरी और दो रेट्रेर्स की बाल्टियाँ रखना अनिवार्य है। इसके अलावा, गणेश एक-दूसरे से तीन मीटर की दूरी पर और किसी सुरक्षित स्थान से 50 मीटर की दूरी पर स्थापित करने की मांग करते हैं।

स्थानीय प्रशासन की तैयारी
इस खास बात पर जिला प्रशासन ने सबसे पहले ही पटाखा वास्तुशिल्पियों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस प्रशासन भी होटलों पर संपत्ति दे रहा है, ताकि निवेशकों के आदेश का उल्लंघन न हो सके। यह सुनिश्चित किया गया कि कोई भी रेस्तरां दुकान पटाखा की बिक्री स्थल के अलावा कहीं और न हो।

मोमबत्ती की बिक्री के प्रशिक्षण के लिए
लाइसेंसधारी उपकरण को 28 अक्टूबर से 12 नवंबर तक फैक्ट्री ट्रेनिंग स्कूल ग्राउंड खुटेही में पटाखा बिक्री के लिए आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। यह उन्हें प्रशिक्षित सुरक्षा और बिक्री के बारे में सलाह देता है।

टैग: हरे पटाखे, स्थानीय18, मध्य प्रदेश समाचार, रीवा समाचार

Source link