राजानंदगांव: रबी फसल शुरू होने से पहले छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम होने एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड ने किसानों को बड़ा झटका दिया है। रबी सीजन में सबसे ज्यादा बोए जाने वाले चना और जमीन सहित अलसी के तीजों में भारी बढ़ोतरी हुई है, जिससे इस बार रबी सीजन में किसानों के लिए पिछले साल की तुलना में अधिक दाम चुकाने पड़ेंगे। मशीनरी के मैनुअल में प्रयोग हुआ है. सबसे ज्यादा रबी सीजन में बोई जाने वाले अलसी, चना, मिट्टी और अन्य मसालों की महंगाई में बढ़ोतरी हुई है, जिससे इस बार किसानों को पिछले साल की तुलना में अधिक दाम चुकाने पड़ेंगे।
बीज प्रबंधक की जानकारी
वहीं, लेटेकर कार्यालय बीज प्रबंधक छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड के बीज प्रबंधक बी.के. साहूकार ने लोकल 18 को बताया कि अभी गेहूं, चना, अलसी, मटर की पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध हैं। बीज प्रक्रिया केन्द्र से प्रतिवेदन एवं सोसायटी में भंडारगृह प्रारंभ हो गया है। पिछले वर्ष की तुलनात्मक तुलना में राजस्थान में वृद्धि 5 से 6 प्रतिशत बढ़ी है। पिछले साल चने का रेट ₹8000 प्रति माह था, जो इस बार ₹8665 प्रति माह हो गया है। इसके साथ ही पिछले साल रबी 2023-24 में सरसों की कीमत ₹7500 थी, जबकि इस साल 2024-25 में रब्दी की कीमत ₹7770 हो गई है। इसके अलावा अलसी के जिले में सबसे अधिक बिक्री हुई है, पिछले साल यह ₹6500 थी, जो इस साल ₹9755 प्रति हो गई है। सभी के मूल्य में विस्फोट हुआ है।
बीजाणु के गुणधर्म
रबी फ़सल शुरू होने से पहले ही सेमेस्टर के दाम में ₹3000 से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। खासकर अलसी का दाम पिछले साल ₹6500 था, जो इस साल ₹9755 हो गया है। इसके साथ ही सरसों, चना, आटा और अन्य मसाले भी बेचे जाते हैं।
रबी फसल में किसानों का लाभ
रबी सीजन में विशेष रूप से अलसी, सरसों, मिट्टी और चना की खेती करने वाले किसानों द्वारा की जाती है, जिससे किसानों को अच्छा स्तर का दर्जा मिलता है। लेकिन इस बार की खेती से पहले ही कई मसालों की कीमत बढ़ गई, जिससे किसानों को थोड़ी सी समानता का सामना करना पड़ा। किसानों को बीज उपलब्ध कराने वाले अर्थशास्त्री जा रहे हैं, लेकिन सीजन चालू होने से पहले ही किसानों के लिए अर्थशास्त्रियों का बीजारोपण हो गया है।
टैग: छत्तीसगढ़ समाचार, स्थानीय18, विशेष परियोजना
पहले प्रकाशित : 22 अक्टूबर, 2024, 18:24 IST