- जीवाश्म ईंधन के बाद, रॉकेट और उपग्रह प्रक्षेपण से होने वाला प्रदूषण अगले बड़े पर्यावरणीय आपातकाल को जन्म दे सकता हैइंडियन एक्सप्रेस
- रॉकेट प्रक्षेपण और जलते उपग्रहों से प्रदूषण अगले पर्यावरणीय आपातकाल का कारण बन सकता हैSpace.com
- ‘अंतरिक्ष में टिक-टिक करता टाइम-बम’: पृथ्वी उपग्रह टकराव की तबाही का सामना कर रही है, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी हैबिज़नेस टुडे
- देश भगत यूनिवर्सिटी में अंतरिक्ष मलबे पर हुई चर्चाद ट्रिब्यून इंडिया
- अंतरिक्ष शोधकर्ता ने चेतावनी दी, ‘भूत रॉकेट और एएसएटी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक टिक-टिक टाइम बम बन सकते हैं।’न्यूज18
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