घर: मध्य प्रदेश के कई अनूठे खेतों में बेमौसम रेन ने किसानों के लिए गंभीर दांव लगाए हैं। आसपास के क्षेत्र में भारी बारिश से किसानों की फसलें, खासकर सोयाबीन और उड़द, पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं। बेमौसम बारिश के किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है, और वे अब आपदा के नुकसान से बर्बाद हो रहे हैं। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना जताई है, जबकि अगले सप्ताह ठंड का दौर भी शुरू हो सकता है।

इंदौर में बेमौसम बारिश का असर
इंदौर में मंगलवार की सुबह धूप के साथ दिन की शुरुआत हुई, लेकिन दो दिन बाद अचानक करवट ली और रिमझिम बारिश शुरू हो गई। तेज़-तर्रार और पुराने ज़माने के कुछ ओलावृष्टि के साथ। पश्चिमी इंदौर में बारिश की गति काफी तेज चल रही है, जहां पिछले 5 दिनों में कुल 16 देशों में आधे से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।

मंगलवार दोपहर 2 बजे तक अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस था, जो बारिश के कारण 28.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह लगातार चौथा दिन था, जब बारिश के बाद तूफानी तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इंदौर में लगातार हो रही बारिश से किसानों की हालत खराब हो गई है, क्योंकि फसलें पूरी तरह से खराब हो गई हैं।

किसानों की भारी चिंता:सोयाब और बिजनेस की फसल बर्बाद
इंदौर और उसके आस-पास के क्षेत्र में बेमौसम रेन से प्रॉपर्टी की फ़सलें, सोयाबीन और फ़्लाड, बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। किसानों के अनुसार, किसानों के अनुसार, सरसों और लगातार बारिश से उत्पादन बर्बाद हो गया है। किसान जो फसल काटने की तैयारी कर रहे थे, उन्हें अब भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

सोयाबीन और उड़द के फ़सलें, जो बारिश के पानी से ज़्यादा संकेत होते हैं, अब ग़लत में ही सामान लगाने लगे हैं। किसानों को डर है कि अगर बारिश इसी तरह जारी रहेगी तो उनकी मेहनत पूरी तरह से बेकार हो जाएगी। बेमौसम बारिश और भूकंप के नुकसान ने किसानों के लिए नए स्टॉक कर दिए हैं, और अब वे सरकारी मदद की जगह बैठे हैं।

मौसम विभाग का सिद्धांत: ठंड की छुट्टियाँ जल्द ही
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो-तीन दिनों में भी इसी तरह का मौसम बनाया जा सकता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा से चल रही हवाई जहाज़ के कारण वातावरण में बनी हुई है, जो बारिश का कारण बन रही है। मौसम विभाग ने भोपाल, सीहोर, राजगढ़ और डेनमार्क पुरम में भी बारिश की चेतावनी जारी की है।

सोमवार को मौसम विभाग ने कुछ क्षेत्रों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की समीक्षा से हवाएं चलने की संभावना जताई थी। वहीं, अक्टूबर मध्य में विदाई की संभावना थी, लेकिन अब इसके आस-पास कम दिख रहे हैं। हालाँकि, विशेषज्ञ मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि अगली सप्ताह ठंड की शुरुआत हो सकती है। बैतूल जिले में इस महीने सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जबकि इंदौर में भी लगातार बारिश हो रही है।

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