भोपाल। नवरात्रि महोत्सव के अद्भुत गरबा को लेकर प्रदेश में होने वाला माहौल गरमाया हो गया। कई शहरों के बाद अब राजधानी भोपाल में भी गरबा में कलाकारी शुरू हो गई है। अब यहां गरबा करने वालों के लिए जरूरी होगा. उनके आधार कार्ड का वैरिफिकेशन होगा। उनके मस्तक पर तिलक लगाया जाएगा, हाथों में कलावा बांधे जाएंगे। उसके बाद ही उन्हें गरबा उद्यमों में प्रवेश द्वारों में शामिल किया गया। भोजपाल गरबा महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि राष्ट्रीय पर्व हिंदू आस्था का मामला है। समाज में गरबा के जरिए लव जेहादी की कहानियां की कोशिश होती है। हमारी बहनें इस तरह की हरकतों का शिकार हो जाती हैं।
भोजपाल गरबा महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा कि इसलिए हमने इस बार नियम बदले हैं। हमारे नियमों को बाकायदा पोस्टर में लिखा गया है। पोस्टर पर लिखा है कि प्रवेश शुल्क केवल हिंदू सनातन परिवार के लिए ही है। हम लोगों का तिलक शामिल करेंगे, उन्हें कलावा बांधेंगे, उनके आधार कार्ड का प्रवेश पत्र से वैर जुड़ेंगे। हम फूहड़ गाने नहीं बजाएंगे। किसी भी तरह की अश्लीलता नहीं होने दी जाएगी। अन्यत्र में नजर रखने के लिए चारों ओर के प्लांट लगाए जाएं। एक-एक लाइन हमारे वॉलेंटियर शेयर होंगे।
यहां सबसे पहले जारी हो चुका है ऑर्डर
इसी तरह के खंडवा जिलों में भी निवेशकों ने स्टॉक मार्केट जारी किया है। ऐसा कहा जाता है कि अब अगर लड़कियाँ बैकलेस चाहती हैं, तो गरबा नहीं कर सकती। उन्हें भारतीय परिधानों में ही प्रवेश द्वार मिला। गरबा होटलों में जाने वालों को आधार कार्ड टोकन पर ही प्रवेश मिलेगा। किसी भी गैर हिंदू को गरबा होटल में किसी भी व्यवस्था का काम नहीं दिया जाएगा। लोगों में प्रवेश तिलक लगाना ही दिया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद विभाग के सहमंत्री अनिमेष जोशी ने कहा कि नवरात्रि महोत्सव शुरू होने जा रहा है. इसके लिए साड़ी यूनिट पूरी कर ली हैं. इसके लिए गाइड लाइन तय की गई है। गरबा महोत्सव के आयोजकों, हिंदू विद्वानों ने तय किया है कि एकल पुरुष गरबा परिसर में प्रवेश वर्जित है। उन्हें परिवार के साथ ही प्रवेश दिया जाएगा।
पहले प्रकाशित : 3 अक्टूबर, 2024, 19:34 IST