रवि रमन त्रिवेणी
भिंड. एक वंचित युवा नेता के नाम पर डेमोक्रेट बने, जिसे लेकर शहर में कई पोस्टर लगे, बैनर और होर्डिंग्स लगे थे। उनकी ये फोटो देश के दि सोवियत संघ के नेताओं के साथ थी और उन्हें शुभकामनाएं, बधाई दी गई थी। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक सरकारी ऑर्डर वाला लेटर भी वायरल हो रहा था जिसमें युवा नेता को मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय फ़्लेश वर्ग और नामांकन वित्त एवं विकास निगम में सरकारी मंत्री पद का पद देने का दावा किया गया था। इस संबंध में जब भाजपा फ़्लॉम वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष डेमोक्रेट सिंह गुर्जर ने याचिका दायर की तो मामला खुल गया।

डेमोक्रेट सिंह गुर्जर ने कहा कि हम सभी महान नेता, नेता का सम्मान करते हैं। जब हमें युवा नेताओं के पोतार-बैनर दिखाई दिए तो हमें संदेह हुई, यही युवा पहले फर्जी नंबर प्लेटलेट और बांड मामले में पकड़ा गया था। एडवोकेट ने कहा कि हमें विश्वास हुआ कि गोदाम में कई गलतियां भी थीं। बाद में शिकायत दर्ज की गई और कलैस्टर ने जांच और सच्चाई सामने रखी।

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आदेश पत्र वायरल हो गया, इसकी खुली पोल में जांच की गई
सोशल मीडिया पर सामान्य प्रशासन विभाग में स्नातक आईएएस शैलबाला मार्टिन के नाम से जारी आदेश पत्र वायरल हुआ था, जारी आदेश में युवा नेता को मध्य प्रदेश राष्ट्रीय राजधानी वर्ग एवं नामांकन वित्त एवं विकास निगम में नामांकन मंत्री का नामांकन पत्र जारी किया गया। जा रहा था. इसकी याचिका पर हिंद सहकारी संजीवीश्वरी ने कथित आदेश पत्र पर जांच कर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए थे। संस्थापी गोहद सौरभ कुमार ने बताया कि इस मामले में रजिस्ट्रार द्वारा दिए गए दस्तावेजों में दर्ज एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है।

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बुज़ुर्ग मनोज कुमार श्रीवास ने कहा था कि मुझे पीओ प्रोटोटाइप से पत्र भेजा गया था
जरूरतमंद लोगों ने बताया कि फर्जी कैबिनेट मंत्री पद प्राप्त करने वाला युवा अभी वर्तमान में राष्ट्रीय सामाजिक न्याय एवं मानवाधिकार आयोग मध्य प्रदेश का अध्यक्ष बताया जा रहा है। वहीं इस बारे में शर्मा ने कहा कि मुझे मंत्रालय में ओबीसी सचिव लोकेश ने कैबिनेट मंत्री काओहो मिले जाने की बात कही थी और फिर यह पो प्रोटोटाइप से ऑर्डर किया गया था। नवीनतम लेकर मेरे पिता ने पोस्ट-आदिम स्थान रखे थे। हालाँकि अब भिंड जिले की गोहद थाना पुलिस मानवाधिकार आयोग के पद पर सभी पासपोर्टों पर हमले की जांच कर रही है।

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