शहडोल. एक बेटे ने अपने मृत पिता को इसलिए मुखाग्नि दे दी क्योंकि माता-पिता ने उससे धन की मांग पूरी नहीं की थी। काफी देर तक मां फोन पर बेटे से विनती करती रही कि घर आ जाए, आखिरी बार पिता का मुंह देख ले और उन्हें मुखाग्नि देकर चला जाए। लेकिन पिता की मौत की खबर सुनकर हैरान रह गए और मां की मौत के बाद भी बेटे का दिल नहीं पसीजा। इसके बाद फिल्म और साहस दिखाते हुए पत्नी ने ही अपने पति को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की।

यह घटना जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र में मंगलवार को सामने आई है। अंतिम संस्कार के दस दिन बाद पुत्र की याचिका माँ द्वारा बेटी के साथ थाने में रखी गई। पुलिस को पता चला कि रविवार को पिता रामस्वरूप बर्मन की मौत हो गई थी। ब्यौहारी थाना क्षेत्र के वार्ड क्रम 11 कछियां रेजीडेंट पार्वती बर्मन की एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं। उनके बेटे मनोज बर्मन की शादी हो चुकी है। वह एक दिन अपने माता-पिता से पैसे की मांग कर झगड़ा लेकर आई थी। व्यवसाय की मांग पूरी न होने पर वह माता-पिता से अलग व्यवसाय में ही अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहने लगा।

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ध्येय लाख रुपए की कर रही थी मांग
पिता की मृत्यु से एक दिन पहले भी वह माता-पिता के घर आए थे और अकाउंट लाख रुपये की मांग कर रहे थे। बेटे का कहना था कि जो पुराना मकान है उसे बेचकर मुझे दे दो। माँ ने पैसे की बात नहीं की और उसे मना कर दिया। जिस कारण क्रोधित होकर वह रात को वहीं से चला गया। अगली सुबह मनोज के पिता की बीमारी के कारण मृत्यु हो गई।

बार-बार ग़ुलाम के बाद नहीं आया बेटा
माँ ने बेटे को बताया कि उसके पिता की मृत्यु हो गई है और उसे तुरंत घर जाना चाहिए। हालाँकि, बेटा धन के प्रति इतना अमीर हो गया कि उसके पिता की मृत्यु से उसे कोई दुःख नहीं हुआ। उसने अपनी मां से स्पष्ट रूप से कहा कि वह जल्द ही घर आएगी जब उसे पैसे भेजे जाएंगे।

बेटे ने कहा नहीं जाएगा अंतिम संस्कार
मां ने बताया कि विनती के पास अभी भी पैसे नहीं हैं और वह तब पैसे की मांग कर रही है जब उसके पिता का पार्थिव शरीर घर में है। लेकिन इन सबसे अलग बेटे का दिल नहीं पसीजा और उसने अपनी मां से ये तक कह दिया कि वह उसे घर बेचकर पैसे दे, नहीं तो वह अपने पिता को मुखाग्नि नहीं देती। कुछ समय बाद उसने अपना मोबाइल बंद कर दिया।

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पत्नी ने पति को मुखाग्नि दी
मृतक की पत्नी पार्वती ने स्वयं ही पति को मुखाग्नि देने का निर्णय लिया। जिसके बाद वह पति के चिता के आगे चलकर श्मशान घाट गई और जहां अंतिम संस्कार से पूर्व सारी प्रक्रिया पूरी हुई उसके बाद पति को अग्नि देकर घर लौट आई। जिस समय वह घर से पति के अंतिम संस्कार के लिए निकली, उस अभागिन माँ को हर किसी का कलेजा देखने को मिला। हर कोई यही सोच रहा था कि एक जवान बेटे के बाद भी मां को यह सब कुछ करना पड़ रहा है।

थाने में शिकायत दर्ज
कंपनी के प्रभारी अरुण पादरियों ने बताया कि शिकायती पार्वती ने अपने पति के अंतिम दस दिन बाद मंगलवार को बेटी सुमा और सुमन के साथ बायोहारी थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई। फोर्टी दशगात्र पुत्रों का इंतजार करते रहे जब नहीं आया उसके बाद फोर्टीलैंड क्षेत्र। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके बेटे मनोज ने अपने पिता को पैसे देकर मना कर दिया था। पार्वती और उनकी बेटी ने मनोज के खिलाफ सीक्वल कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

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