कोरबा: जंगली का शिकार करने के लिए शिकारी द्वारा दिए गए करंट प्रवाहित तार में फंसकर खुद शिकारी की ही मौत हो गई। घटना छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के गोढ़ी गांव के पास की है। मृतक रामलाल कंवर (30 वर्ष) अपने साथियों के साथ शिकार के लिए जंगल में गया था, लेकिन करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से उसकी मृत्यु हो गई। दोस्त शिकार उसे अन्यत्र भाग गया। रिसर्च पर रिसर्च और पुलिस ने मृतक के शव पर करंट से झुलसे के निशान पाए।

शिकार के लिए पियानो दिया गया था करंट प्रवाहित तार
पुलिस के अनुसार, शिकारी जंगल में जंगली जानवरों का शिकार करने के इरादे से आये थे। उन्होंने 11वी के विद्युत पोल से हुकिंग कर एक जीआई तार बिछाया था, जिसमें करंट प्रवाहित हो रहा था। तार को बांस और पेड़ के समान पसंद किया गया था। इसी तार के संपर्क में रामलाल की मृत्यु हुई। पुलिस को शराब पीने के भी सबूत मिले हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि हंटर नशे की हालत में थे और तार के निशान के बाद करंट की चपेट में आ गए।

मृतक की पहचान और जांच
रामलाल कंवर परिवार के एक इंडोनेशियाई एरिया में काम करते थे और उनका पालन-पोषण कर रहे थे। उनकी पत्नी दूजबाई और दो बेटियां हैं। घटना के बाद, पुलिस ने शव का निरीक्षण किया और अवशेषों की जांच में शव को बरामद किया। पुलिस ने 75 मीटर दूर तक फैले तार, एक मोबाइल, गमछा, झोला और तीन टुकड़े तार बरामद किए हैं। घटना स्थल पर मृतकों से बड़ी संख्या में लोगों के शराब पीने के साक्ष्य भी मिले हैं। ऐसा माना जा रहा है कि रामलाल अपने साथियों के साथ जंगल में शिकार के लिए गया था, और नशे की हालत में करंट लगने से उसकी मौत हो गई।

शिकार की पुरानी घटनाएँ
यह घटना कोरबा वनमंडल के गोढ़ी गांव के पास हुई है, जहां अक्सर बार-बार आते-जाते रहते हैं। रिवोल्यूशन का मानना ​​है कि इससे पहले भी इस इलाके में शिकार की घटनाएं हुई थीं. जंगली अव्यवस्थित के नियमित मार्ग को ध्यान में रखते हुए शिकारी धारा प्रवाहित तार अव्यवस्थित होते हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है।

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