महासमुन्द: महासमुंद जिले में गौठान और छेका अभियान के बंद होने के बाद से मोटरबाइक ने नावलती धान में भारी क्षति पहुंचाना शुरू कर दिया है। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार सड़क से हटाने का अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन इसका कोई सकारात्मक प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। वन्यजीवों पर वन्यजीवों का खतरा बढ़ गया है, और रात के समय ये अशासकीय सलाहकार की फसल को चैट कर देते हैं।
पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान जिले के सभी गांवों में गौठान खोले गए थे, जहां खेती के दिनों में जंगली जानवरों को रखा गया था। लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद गौठान धीरे-धीरे बंद हो गए। इससे किसानों के लिए अपनी फसल खेती एक बड़ी चुनौती बन गई है।
डॉक्टर ने समस्या निवारण के निर्देश दिए
किराने की सुपरमार्केट स्ट्रीट-चौराहों पर बैठे रहते हैं और शाम को ही सुपरमार्केट की दुकान पर चरने चले जाते हैं। इससे किसानों को बर्बादी की चिंता सताने लगी है। शहर के आसपास के इलाकों में किसानों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विनी कुमार ने विभिन्न समुदायों की समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन सामुदायिक दो-चार देशों में पेशेवरों की समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं।
आम जनता को हो रही काफी परेशानी
राज्य सरकार ने खुले में गोवंश अभ्यारण्य योजना की शुरुआत की है, लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। गोवंश अभियान का उद्देश्य खुले में घूमने वाले वाहनों को सुरक्षा और भोजन उपलब्ध कराना है, जिससे सड़क पर चलने वाले वाहनों को नुकसान पहुंचेगा और किसानों की फसल को भी नुकसान पहुंचेगा। वर्तमान में समस्या का समाधान नहीं होने के कारण किसानों और आम जनता को नुकसान हो रहा है। काफी हद तक का सामना करना पड़ रहा है, और स्थानीय प्रशासन पर इस पर गंभीर ध्यान देने की आवश्यकता है।
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पहले प्रकाशित : 10 सितंबर, 2024, 15:49 IST