खरगोन. आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां आधुनिक शिक्षा और तकनीकी ज्ञान को सबसे ज्यादा तवज्जो दी जाती है, वहीं गायत्री शक्ति पीठ द्वारा आयोजित भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा हमें हमारी संस्कृति और परंपरा से जोड़ने का अनोखा अवसर प्रदान करती है। इस परीक्षा के माध्यम से छात्रों को भारतीय पुरातत्व, धार्मिक और नैतिक शिक्षाओं से परिचित कराया जाता है। इसका उद्देश्य सिर्फ स्टार्टअप विकास नहीं है, बल्कि छात्रों का मानसिक और चारित्रिक विकास भी करना है।

मध्य प्रदेश के खरगोन में गायत्री शक्तिपीठ कसरावद के मठ के मठाधीश मनोज यादव ने स्थानीय 18 को बताया कि भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन 30 वर्षों से लगातार हो रहा है। यह परीक्षा देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा आयोजित की जाती है। शुरुआत 1994 में हुई थी और तब से हर साल लाखों छात्र इसमें भाग लेते हैं, सांस्कृतिक खेती से अपनी जुड़ने का अवसर लेते हैं।

22 राज्यों के हजारों आदिवासियों की भागीदारी
इस साल भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2024-25 में इतिहास सहित 20 राज्यों से हजारों स्कूल भाग ले रहे हैं। 11 समुद्र तटों में यह परीक्षा राष्ट्रीय स्तर पर होती है, जिसमें छात्रों को तहसील, जिला और राज्य स्तर पर अलग-अलग पुरस्कार दिए जाते हैं। इस परीक्षा में कक्षा 5 से लेकर 12 तक के छात्र भाग ले सकते हैं। इसमें हिस्सा लेने के लिए कोई शुल्क भी नहीं लगता. कॉलेज के छात्र भी भाग ले सकते हैं।

विद्यार्थियों के लिए बड़ा मौका
इस परीक्षा के माध्यम से छात्रों को न केवल अपनी पढ़ाई के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और नैतिक विचारधारा को जानने का मौका मिलता है, बल्कि उन्हें अपनी क्षमता को हासिल करने और दीक्षा लेने का भी मौका मिलता है। परीक्षा में शामिल होने वाले वाले वाले को पुरस्कार दिया जाता है। तहसील स्तर पर प्रथम स्थान पर आने वाले छात्रों को 350 रुपये, जिला स्तर पर 1000 रुपये, जबकि राज्य स्तर पर यह पुरस्कार 3500 रुपये मिलेंगे।

परीक्षा की तारीख और प्रक्रिया
भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के लिए पंजीकरण शुरू हो चुका है और 9 अक्टूबर 2024 तक पंजीकरण कराया जा सकता है। पंजीकरण के लिए आप अपनी गैलेक्सी शक्तिपीठ में संपर्क कर सकते हैं। परीक्षा 9 नवंबर 2024 को आयोजित की जाएगी। परीक्षा का समय दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक रखा गया है। साथ ही छात्रों के लिए विशेष पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई गई है, ताकि वे बेहतर तरीके से तैयारी कर सकें। इसके लिए छात्रों को 35 से 50 रुपये तक का शुल्क चुकाना होगा।

टैग: शिक्षा समाचार, स्थानीय18

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