रायपुर : लंबे इंतजार के बाद उत्तर से आने वाली हवा ने नवंबर में सरगुजा संभाग के कई जिलों को कंकपा दिया है। नवंबर में पिछले दस साल में पहली बार ऐसी स्थिति बनी कि अंबिकापुर का पारा सामान्य से 4.5 डिग्री कम हो गया। पिछले चौबीस घंटों में रायपुर का न्यूनतम तापमान 16.2 और अंबिकापुर का 8.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड का असर अभी दो दिन और बढ़ने का है। इसके बाद तापमान स्थिर रहेगा और फिर पारा बढ़ने की स्थिति बनेगी। उत्तर की शुष्क हवा के प्रभाव से सरगुजा जिला मुख्यालय ठंड की चपेट में आ गया है।

मौसम विभाग द्वारा चौबीस घंटे के लिए बिहार, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी, जूनून, सूरजपुर और सरगुजा में शीतलहर के हालातों का येलो जारी किया गया है। पिछले चौबीस घंटों में वहां की रात के तापमान में काफी गिरावट आई है और पिछले चौबीस घंटों में यह शहडोल शैतान के रहने का अनुमान है। मध्य क्षेत्र में ठंड का असर सामान्य स्थिति में है और इसमें बहुत अधिक वृद्धि की संभावना अभी नहीं है। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा का कहना है कि सरगुजा में नवंबर में ठंड बढ़ती है, मगर शीतलहर की स्थिति दस साल में पहली बार हुई है। वहां के फ्लोरिडा में रात की ठंड से लोगों का बुरा हाल हो गया है।

रेस्तरां में भी तापमान सामान्य से नीचे जाना पड़ता है और वहां भी ठंड की शुरुआत होती है। रात होने की लंबाई अधिक और मौसम की शुष्कता की वजह से जमीन की तलाश होती है। सुबह देर से होने की वजह से गर्मी में बढ़ोतरी नहीं हो रही है और दिन का तापमान भी सामान्य की स्थिति से ज्यादा नहीं जा रहा है। रायपुर में मंगलवार को सुबह के वक्त की धूप में मगर का लोगों पर ज्यादा असर नहीं हो पाया। अगले चौबीस घंटे में उत्तर से आने वाली अवकाश और शुष्क हवा का आगमन जारी रहेगा, जिसके कारण न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट बनी रहेगी।

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