सुजीत शाह

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। अविश्वास का मामला दर्ज होने के बाद एक व्यापारी की चल रही थी। इतना ही नहीं स्कूल में गैर हाजिर रहने के बावजूद शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों को वेतन का भुगतान कर दिया है। मामला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी जूनागढ़ जिले के जूना विकासखंड के डोम्हेरा स्थित लिकियोड माध्यमिक विद्यालय का है। जानकारी के अनुसार स्कूल के संचालक महेश प्रसाद अहिरवार के खिलाफ मध्य प्रदेश के सीधे इलाके में 35 साल की महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। इसके बाद एंटरप्राइज़ पुलिस से बचकर भाग निकला। 3 दिन की छुट्टियाँ लेकर दूसरे शिक्षक को स्नातक स्कूल से निकले थे, लेकिन अब तक वापस नहीं आये।

न्यूज 18 की टीम ने खुलासा किया कि 23 मार्च 2024 को मध्य प्रदेश के सीधे इलाके में 35 साल की एक महिला ने दोस्ती का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद से वो बच्चा चल रहा है।

सिस्टम पर उठ रहे सवाल

यहाँ, उद्यम के गैर हाजिर रहने के बावजूद शिक्षा 1. … मई, जून महीने का भुगतान कर दिया गया है। मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी अपनी सफाई दे रहे हैं। वहीं स्कूल के शिक्षक और बच्चे बताते हैं कि शिक्षक कई महीने से स्कूल नहीं आ रहे हैं। पूरे स्कूल का ऑपरेशन एस्ट-विस्ट से अनहोनी हो गई है। शिक्षक भी अव्यवस्थित होते हुए बच्चों को सही शिक्षा नहीं दे रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि किस वर्कशॉप के गैर-सरकारी कर्मचारियों को उनका वेतन कैसे मिल रहा है?

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जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा के खिलाफ कहा गया है कि जूनून विकासखंड के डोम्हेरा मखारी स्कूल के अध्यक्ष महेश प्रसाद अहिरवार का मामला मध्य प्रदेश में दर्ज किया गया है। इसकी जानकारी जुलाई में मिली. इसके बाद उनका वेतन रोक दिया गया। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद मई, जून महीने में वे स्कूलों की छूट में थे। जब 26 जून को स्कूल खुला तो तीन दिन तक स्कूल में रहा और मई, जून को वेतन मिला और उसके बाद उसका मेडिकल स्टॉक बैचलर हो गया। पूरे मामले की जांच विकासखंड शिक्षा अधिकारी कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट संयुक्त निदेशालय को भेज दी गई है।

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