खंडवा: मध्य प्रदेश में पैसा के बिल्डर परिवार की कई कंपनियों की सहारा कंपनी डूब गई। परिवार के लोगों ने बच्चों की पढ़ाई और शादी के लिए ये रुपये जमा किए थे, लेकिन अब उन्हें बर्बाद कर दिया गया है। दीपक फोटोग्राफर ने बताया कि सहारा कंपनी ने कई लोगों को अपने पास रखा था, जिसमें उनका परिवार भी शामिल था। उनके बच्चों और महिलाओं के नाम पर पैसे जमा हो गए थे, लेकिन अब कंपनी के पैसे देना बेकार है।

हर चौथा परिवार
डिक की डिजिट तो खंडवा में लगभग हर चौथाई सहारा परिवार कंपनी में पैसा लगा था। कोर्ट ने सभी लोगों के पैसे देने का आदेश दिया है, लेकिन कंपनी का पैसा देना बेकार है। यह पैसा लोगों की मेहनत का है, जो उन्हें मिलना चाहिए। दीपक के परिवार में उनकी बहनों के करीब 1.50 लाख रुपये जमा हैं और प्रेमी-भांजे के भी पैसे जमा हैं। वे सरकार से मांग करते हैं कि सहारा कंपनी की प्रॉपर्टी कुर्क कर लोगों का पैसा निकाला जाए।

वापस पैसे मिलने का इंतज़ार
दीपक ने बताया कि उनके परिवार के मिश्रीलाल स्टॉक ने 2017 से 1500 जमा कराए थे, हर महीने वह 3 हजार भी जमा कर देते थे। दो बार निर्देश दिया गया था, लेकिन अब तक कुछ भी हाथ नहीं लगा। वैसे ही देवश्री स्टॉक 31-12-2018 में 1 हजार जमा करने चालू थे। बच्चे की पढ़ाई के लिए पैसे जमा कर रहे थे, लेकिन पैसा भी कुछ नहीं मिला. उदाहरण के तौर पर भी अच्छा पुरस्कार प्रस्ताव कहा गया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला। दीपक ने बताया कि परिवार के जिन लोगों ने सहारा में पैसा लगाया था, वे अभी तक अपने पैसे की मुलाकात की राह देख रहे हैं।

मिलाप पाठ
कहते हैं न दूध का जला छाछ भी फ़ुंक-फूंक कर पीता है, वैसे ही इस परिवार का हाल भी यही है। अब यह कंपनी किसी भी कंपनी में पैसे की जांच नहीं करती है और कई लोगों को सलाह भी देती है कि अपना पैसा सिर्फ बैंक में रखें, किसी भी कंपनी के चक्कर में न आएं, जिससे आपको नुकसान न हो।

टैग: खंडवा समाचार, स्थानीय18, सहारा इंडिया

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