राजानंदगांव. राजनांदगांव जिले के पेंड्री गांव में एक किसान के द्वारा पॉली हाउस में मीठी मिर्च की खेती कर किसान के लाखों रुपए कमाए जा रहे हैं और किसान बढ़ियां दावा कमा रहे हैं। किसानों के द्वारा लाल और प्रयोगशाला में मिर्च की खेती की जा रही है, उद्यानिकी विभाग के सहयोग से पॉलीहाउस में किसानों के द्वारा मीठे मिर्च की खेती की जा रही है।

रंगीन मिर्च की खेती
पेंड्री गांव में पॉली हाउस का निर्माण कर काली मिर्च की खेती की जा रही है, जिसमें लाल और साबुत काली मिर्च की खेती की गई है। इस संबंध में किसान के पुत्र व्लादिमीर सिन्हा ने लोकल 18 को बताया कि हमारे द्वारा अपने एक एकड़ खेत में पॉलीहाउस में लगभग 12000 आलू मिर्च के उपकरण लगाए गए हैं। यह रंगीन कालीमिर्च है जिसमें लाल और साबुत कालीमिर्च लगी हुई है, जिसे दो महीने से अधिक समय के लिए लगाया गया है। ड्रिप से पानी का आविष्कार किया जाता है। इसके साथ ही दवा और अन्य की देखभाल भी की जाती है।

लगाए गए हैं काली मिर्च के 12000 उपाय
किसान मोतीलाल सिन्हा ने लोकल 18 को बताया कि उद्यानिकी विभाग की सहायता से पॉली हाउस का निर्माण कराया गया है, पॉली हाउस में रंग बिरंगी काली मिर्च की खेती की जा रही है। 1 ओकरा क्षेत्र में 12000 उपकरण लगाए गए हैं, जिनमें से 6000 काली मिर्च का टुकड़ा और 6000 लाल मिर्च का उपकरण लगाए गए हैं। हर उपाय से लगभग तीन से चार किलो नमक का उत्पादन होगा, वहीं उत्पाद के बाद सप्लाई को लेकर आने वाली समस्या को लेकर उन्होंने बताया कि हमलोग समूह में अपनी खेती कर रहे हैं ताकि समूह के माध्यम से बड़ी संख्या में इसे बाहर के बाजार में लाया जा सके। सबसे अच्छा। हमने दिल्ली पुणे, बेंगलुरु के कुछ भी पार्टिसिपेंट से बात नहीं की है, जब ये बड़े हो जाएंगे या पक जाएंगे तो पुराने वर्जन की शुरुआत होगी। उद्यानिकी विभाग के सहयोग से इस पॉलीहाउस का निर्माण किया गया है। कलर वाले काली मिर्च की कीमत लगभग 150 रुपए से लेकर 300 रुपए प्रति किलो है जिससे किसानों को अच्छा रिवोल्यूशन मिल रहा है।

बागवानी विभाग के सहयोग से पॉलीहाउस में काली मिर्च का उत्पादन
किसान के उद्यानिकी विभाग के सहयोग से पॉली हाउस में साबुत मिर्च का उत्पादन किया जा रहा है। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत पॉलीहाउस का निर्माण उद्यानिकी विभाग का सहयोग लिया गया है। पॉलीहाउस में मिर्च की खेती कर किसान आत्मनिर्भर हो रहे हैं और आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं। कलर काली मिर्च से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।

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