आकाश निषाद/जबलपुर: जीवन में कोई भी बाधा अपने सपने को पूरा करने का पैगाम हो, तो भी उसे रोका नहीं जा सकता। ऐसा ही एक प्रेरणादायक उदाहरण हैं जबलपुर के 36 साल के डांसर नोज़ मिर्ज़ा, क्वेश्चन हिप शॉप सर्जरी जैसी बड़ी चुनौती के बावजूद अपने डांस के जुनून को कभी रिलीज नहीं किया जा सका। बचपन से ही नोज़ को डांस का शौक था, और अब वह पिछले 33 वर्षों से लगातार डांस कर रही हैं। उनकी यात्रा उन सभी के लिए प्रेरणा है जो जीवन में पूर्वावलोकन का सामना करते हुए भी अपने सपने को साकार करने की इच्छा रखते हैं।

स्थानीय 18 की टीम से नोजिआ ब्रह्मा ने चर्चा करते हुए बताया कि परिवार में नानी और दादी को डांस करने का शौक था। जब भी गाना बजता तब पैर थिरके। लेकिन फिजियोलॉजी के बाद पैरों में दर्द होना शुरू हो गया। दर्द के कारण डांस नहीं कर पा रही थी। 6 साल की उम्र में जबलपुर के कई हिस्सों में पैर का इलाज। लेकिन आराम नहीं मिला. नागपुर में इलाज का तरीका। जहां डॉक्टर ने हिप फैक्ट्री सर्जरी करने की बात कही.

बचपन से ही था डांस का शौक
नोज़ का डांस के प्रति जुनून बचपन से ही था। जब भी संगीत बजता, उनके पैर आप थिरकनते थे। उनकी मां और नानी भी डांस से प्यार करती थीं, जहां नोज़ को डांस का ये शौक विरासत में मिला। नियोजी ने तीन साल की उम्र से ही डांस करना शुरू कर दिया था और 2003 तक उन्होंने डांस में कई उपलब्धियां हासिल कर ली थीं।

क्लास के बाद कठिन दौर आया
हालाँकि, जीवन जीना इतना आसान नहीं है। जब वह इंस्टीट्यूट क्लास में गई, तब उनके पैर में गंभीर दर्द शुरू हो गया। कई साज़िशों तक जापानीज के हिस्से में इलाज के बावजूद उन्हें कोई आराम नहीं मिला। अंततः नागपुर में इलाज के दौरान डॉक्टर ने नियो को हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी की सलाह दी। यह एक बड़ा निर्णय था, क्योंकि स्पेक्टर ने उन्हें सर्जरी के बाद डांस कम करने पर प्रतिबंध लगा दिया था।

पैशन ने दर्द से राहत के लिए फिजियोलॉजी पर काम किया
ईसाइयों की सलाह के बावजूद, नेहा ने अपने नृत्य के प्रति अपने जुनून को कभी ख़त्म नहीं किया। 2013 में हिप सर्जरी के बाद उन्होंने डांस से कुछ समय के लिए ब्रेक लिया, लेकिन जल्दी ही वह मंच पर वापस आ गईं। नोज़ ने बताया कि नृत्य उनके जीवन का आदर्श है, और वह इसे छोड़ना भी नहीं चाहती थीं। उन्होंने न केवल डांस करना जारी रखा, बल्कि 33 पैरिस से अपने इस पैशन को बढ़ावा देना और जारी रखना है।

नि: इलेक्ट्रॉनिक डांस ट्रेनिंग से गरीब बच्चों को दे रही हैं नई दिशा
नोज़ के डांस की प्रस्तुति केवल उनके लिए नहीं, बल्कि समाज के लिए भी है। वह पिछले 15 सालों से गरीब तबके के बच्चों को नि:शुल्क डांस की ट्रेनिंग दे रही हैं। उन्होंने अपनी कला का उपयोग समाज सेवा में भी किया है, और अब उनके कई छात्र विभिन्न नृत्य मंडली में सफल हो रहे हैं। उनके इस काम से न केवल बच्चों को एक नई दिशा मिली है, बल्कि नेहा ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभाई है।

पुरस्कारों से सम्मानित
नोज़ ने अपने नृत्य से राष्ट्रीय स्तर पर कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। वह दिल्ली गोवा और दूरदर्शन जैसे प्रतिष्ठित मंचों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने नृत्य शिरोमणि पुरस्कार भी जीता है, जिसमें उनकी प्रतिभा और गुण शामिल हैं। नोज़ के अनुसार, नृत्य सिर्फ एक कला नहीं है, बल्कि उनके जीवन का सिद्धांत है। उनकी यात्रा से यह साबित होता है कि अगर हमारे अंदर सच्ची लगन और पैशन हो, तो किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है।

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