स्नोकनी सेवा समिति के अध्यक्ष राजेश मारू ने बताया कि इसकी शुरुआत 1994 में हुई थी और इसे पहले लगभग 1,000 लोगों ने तैयार किया था। इस खेड का वितरण 20,000 से 30,000 लोगों तक होता है।

Source link