रायपुर: छत्तीसगढ़ की महिलाएं न केवल मेहनत करती हैं, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर भी बढ़ रही हैं। जिला रायपुर के लाखे नगर चौक इलाके के सामाजिक भवन में महिलाएं ‘वेस्ट से बैस्ट’ की मिसाल पेश कर रही हैं। रायपुर की महिला स्व सहायता समूह के अंतर्गत वेस्ट मैटिरियल से तरह-तरह के सजावटी सामान बनाने का काम कर रही हैं। महिला स्व सहायता समूह द्वारा तोरण, करवा चौथ की थाली, झालर, धूप, की-रिंग, कैंडल, धान का बच्चा जैसे कई सामान तैयार किए गए हैं। त्योहारी सीजन में ध्यान में बेहद सुंदर और आकर्षक तोरण और झालर उपलब्ध है। महिलाओं का कहना है कि इन मूर्तियों से उन्हें अच्छा सामान मिलता है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन पाती हैं।

एकल भवन में सृजनात्मकता
महिला स्व सहायता समूह के कंचनजंघा ने लोकल 18 के माध्यम से बताया कि रायपुर के लाके नगर इलाके के स्कोलियो भवन में वेस्ट टू बेस्ट प्रोडक्ट्स तैयार कर रहे हैं। मंदिर से वेस्टेज फूल कलेक्ट करके धूपबत्ती बनाई जाती है। वेस्टेज मैटकी में नियुक्ति करके उन्हें नामांकित किया जाता है। इनमें से एक तरह से तरह-तरह के सजावटी सामान महिलाओं द्वारा तैयार किए जाते हैं। महिलाओं द्वारा अभी 20 से 25 प्रकार के सजावट के सामान जैसे तोरण, करवा चौथ की थाली, झालर, धूप, की-रिंग, मोमबत्ती, धान का सामान सहित कई प्रकार के सामान तैयार किये जा रहे हैं। महिला स्व सहायता समूह से लगभग 25 महिलाएँ जुड़ी हुई हैं। यानी इतनी महिलाएं रोजगार मिल रही हैं.

पश्चिम से सर्वोत्तम: एक नई दिशा
वेस्ट नीदरलैंड से ये अभी भी सजावटी सामान तैयार होता है, तो कीमत भी एक समान नहीं है। सामान तैयार करने में हफ्ता भर का समय लगता है। महिलाओं द्वारा तैयार किए गए इन बैकअप को सरस मेले में, सरकारी प्रदर्शनी में चित्रित किया गया है और चित्रित किया गया है। इस स्वतन्त्रता महिला अभियान के तहत वेस्ट से बेस्ट सामान की प्रदर्शनी दिल्ली भी गई, वहां स्टॉल भी लगाया गया। वहाँ भी बहुत अच्छी प्रतिक्रियाएँ मिलीं। दिल्ली में लागे स्टॉल से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने धान का ऑर्डर दिया था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खुद धान का आभूषण बनाया था, जिसे इन महिलाओं ने तैयार किया था। एबीवीपी महिला स्व सहायता समूह से वेस्ट से सर्वश्रेष्ठ सामान ऑर्डर करने के लिए 79877 72667 पर संपर्क कर सकते हैं।

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